Sun. Jan 19th, 2025
    एनडीए में शामिल हुई जेडीयूएनडीए में शामिल हुई जेडीयू

    पिछले कई दिनों से जारी रस्साकस्सी के बाद आज आखिरकार जेडीयू के दोनों धड़े एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए। दोनों धड़ों के बीच अभी तक चल रही जुबानी जंग ने आज मूर्त रूप ले लिया। पटना में आयोजित जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आज जेडीयू के एनडीए में शामिल होने के प्रस्ताव पर मुहर लग गई। इस बैठक की अध्यक्षता जेडीयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। वहीं पटना के ही कृष्ण मेमोरियल हॉल में जेडीयू के संस्थापक अध्यक्ष और बागी नेता शरद यादव ने केंद्र की एनडीए सरकार के खिलाफ जन अदालत सम्मलेन का आगाज किया है। इस तरह कभी साथी रहे इन दोनों नेताओं की राहें अब अलग हो गई हैं और मुमकिन है शीघ्र ही नीतीश कुमार शरद यादव पर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर उन्हें जेडीयू से निष्कासित कर दें।

    नीतीश कुमार और शरद यादव
    चरम पर पहुँचा टकराव

    जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नीतीश कुमार के पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास पर हुई। इस बैठक में जेडीयू के एनडीए में सहयोगी बनने का प्रस्ताव पास हो गया। यह खबर मिलने के बाद मुख्यमंत्री आवास के बाहर बड़ी संख्या में शरद यादव के समर्थक और आरजेडी के कार्यकर्ता इकट्ठे हो गए। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपना विरोध जताया। इस विरोध प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री आवास के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। इस बैठक में हालाँकि अभी तक शरद यादव को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है लेकिन एक बात स्पष्ट है कि नीतीश कुमार उनके खिलाफ शीघ्र ही कठोर कदम उठा सकते हैं।

    शरद यादव और लालू यादव
    शरद के पक्ष में बोले लालू यादव

    नीतीश कुमार से बगावत के बाद शरद यादव का खुला समर्थन कर रहे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि यह जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नहीं थी, यह भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक थी। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार इस समय संकट में घिरी हुई है और सृजन घोटालों में नाम आने के चलते खुद को बचाने के लिए नीतीश कुमार और सुशील मोदी प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के आगे नाक रगड़ रहे है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव इससे पहले भी जेडीयू के बागी नेता शरद यादव का समर्थन कर चुके हैं और उन्होंने कहा था कि शरद यादव के नेतृत्व वाली जेडीयू से आरजेडी का गठबंधन जारी रहेगा।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।