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आरटीजीएस-एनईएफटी लेन देने नि:शुल्क

देश के बड़े प्राइेट बैंकों में शुमार किए जाने वाले एचडीएफसी बैंक ने अपने कस्टमर्स के लिए एक नए तोहफे की शुरूआत की है। आप को जानकारी के लिए बता दें कि एक नवंबर से इस बैंक ने आरटीजीएस व एनईएफटी के जरिए लेन देन को चार्ज फ्री कर दिया है। यानि अब एचडीएफसी कस्टमर्स को आर.टी.जी.एस. व एन.ई.एफ.टी ट्रांजेक्शन पर कोई शुल्क नहीं देना होगा।

बैंक ने चेक के जरिए लेन-देन किए जाने वाले विभिन्न शुल्कों में बढ़ोतरी करने की घोषणा कर दी है। मीडिया खबरों के अनुसार चेक के जरिए लेन देन करने पर जो भी शुल्क लगते हैं, उनमें की जाने वाली बढ़ोतरी दिसंबर माह में की जाएगी। एचडीएफसी बैंक की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि वो अपने कस्टमर्स से आरटीजीएस व एनईएफटी के जरिए आॅनलाइन लेन-देन करने पर कोई शुल्क नहीं देना होगा। एचडीएफसी बैंक के अनुसार एक नवंबर 2017 से यह सुविधा जारी है।

आप को जानकारी के लिए बता दें कि मौजूदा नियमानुसार यह बैंक आरटीजीएस के जरिए ढाई लाख के लेन देन पर 25 रुपए का शुल्क ले रहा था वहीं एन.ई.एफ.टी. के माध्यम से पांच लाख तक लेनदेन करने पर 50 रुपए शुल्क देने पड़ते थे।

गौरतलब है कि दस हजार रुपए तक या फिर दस हजार रुपए से कम की आॅनलाइन एनईएफटी करने पर 2.5 रुपए का शुल्क तथा दस हजार रुपए से उपर तथा एक लाख रुपए तक के लिए 5 रुपए तथा एक से दो लाख रुपए तक की एनईएफटी कराने पर 15 रुपए का शुल्क निर्धारित किया गया था।

एचडीएफसी के मुताबिक ‘एन.ई.एफ.टी./आर.टी.जी.एस. ऑनलाइन शुल्कों में जो भी बदलाव किए गए हैं, वे एक नवंबर 2017 से प्रभावी हैं। ‘एन.ई.एफ.टी./आर.टी.जी.एस.शुल्कों में किया जाने वाला यह बदलाव खुदरा बचतों, अप्रवासी ग्राहकों तथा नौकरीपेशा लोगों के लिए किया गया है।

एचडीएफसी बैंक की ओर से कस्टमर्स के लिए 25 पन्नों की एक नि:शुल्क चेकबुक भी दी गई है जिसकी सीमावधि एक साल निर्धारित की गई है। अगर आप अतिरिक्त चैकबुक लेना चाहते हैं इसके लिए आपको शुल्क के रूप में 75 रुपए अलग से देने होंगे। एचडीएफसी बैंक का कहना है कि यदि आप के अकाउंटस में पर्याप्त बैलेंस नहीं, ऐसे में यदि चेक बाउंस हो जाता है तो 500 रुपए की जुर्माना ​राशि देय होगी।