भारत से भगोड़े कारोबारी मेहुल चौकसी की नागरिकों को एंटीगुआ वापस लेगा। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गस्टोन ब्राउने ने कहा कि “पंजाब नेशनल बैंक घोटाले से करोड़ो रूपए लेकर फरार मेहुल चौकसी के सभी कानूनी विकल्पों के पूरा हो जाने के बाद उसे भारत के सुपुर्द कर दिया जायेगा।”
एंटीगुआ के आब्जर्वर ने कहा कि “उनकी नागरिकता प्रक्रिया में थी और उन्हें मिल गयी थी। लेकिन उनकी नागरिकता को असलियत में वापस ले लिया जायेगा और जल्द ही भारत के प्रत्यापित कर दिया जायेगा। यह मामला नहीं है कि हम वित्तीय अपराधों में शामिल अपराधियों को सुरक्षित पनाह मुहैया करने की कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि “हमें उचित प्रक्रिया को अनुमति देनी होगी। यह अदालत के पहले का मामला है और हमने भारत सरकार से कहा था कि अपराधियों के भी मौलिक अधिकार होते हैं। चौकसी को अदालत का दरवाजे पर जाने और अपनी स्थिति का बचाव करने का अधिकार है, लेकिन मैं आश्वस्त कर सकता हूँ कि सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद मेहुल को भारत के सुपुर्द कर दिया जायेगा।”
हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने चौकसी को वापस लाने के लिए एक हवाई एम्बुलेंस और मेडिकल विशेषज्ञों की एक टीम को मुहैया करने का प्रस्ताव दिया था। चौकसी का दावा है कि उन्हें हृदय सम्बन्धी रोग है और भारत में सभी जरुरतमंद इलाज मुहैया करने का ऑफर किया था।
मुंबई के जेजे अस्पताल के विशेषज्ञों की एक टीम बॉम्बे उच्च न्यायलय को चौकसी की मौजूदा हालात पर रिपोर्ट पेश करेगी कि भगोड़े करोबारी पूछताछ के लिए एंटीगुआ से भारत में वापसी के लिए स्वस्थ है या नहीं। वे 9 जुलाई को सील बंद रिपोर्ट को अदालत में पेश करेंगे।
बॉम्बे उच्च न्यायलय 10 जुलाई को इस मामले की सुनवाई करेगा। 17 जून को चौकसी ने बॉम्बे हाई कोर्ट को एक एफिडेविट दाखिल किया था। इसके मुताबिक, वह ऐंटिगुआ में रह रहा है और पीएनबी मामले में जांच सहयोग करने के लिए इच्छुक है।
चौकसी और उसका भतीजा नीरव मोदी एक वर्ष पूर्व भारत से भाग गए थे और यह पीएनबी घोटाले मामले के मुख्य आरोपी है।