मंगलवार को कुम्भ के आयोजन स्थल प्रयागराज में उत्तर प्रदेश के कबिनेट ने बैठक की और उस बैठक में मंत्रालय ने मेरठ और प्रयागराज के बीच बन्ने वाले विश्व के सबसे लम्बे एक्सप्रेसवे की परियोजना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
बैठक में लिए ये फैसले :
प्रयागराज में हुई उत्तर प्रदेश कैबिनेट की बैठक राज्य की राजधानी से बाहर इतिहास में दूसरी बार हुई है। इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गयी।
एक्सप्रेसवे की मंजूरी :
मेरठ से प्रयागराज के बीच बनने वाला एक्सप्रेसवे इस बैठक का अहम् मुद्दा था और चर्चा के बाद इस परियोजना को मंजूरी मिल गयी है। जल्द ही इस परियोजना पर काम शुरू किया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे विश्व में सबसे लम्बा एक्सप्रेसवे माना जा रहा है। इसे गंगा एक्सप्रेसवे नाम दिया गया है।
उरी को उत्तर प्रदेश में किया टैक्स फ्री :
एक्सप्रेसवे के अलावा कबिनेट ने उरी फिल्म पर चर्चा की और इसकी स्क्रीनिंग को राज्य में कर रहित कर दिया है। बता दें की उरी फिल्म भारत द्वारा पाकिस्तान पर की गयी सर्जिकल स्ट्राइक पर आधारित है। यह स्ट्राइक भारत द्वारा उरी पर आतंकवादी हमला होने के बाद की गयी थी।
गंगा एक्सप्रेसवे के बारे में जानकारी :
कबिनेट मीटिंग में निर्णय किया गया है की इस एक्सप्रेसवे की कुल लम्बाई 600 किलोमीटर होगी जोकि मेरठ से प्रयागराज तक बनेगा। इसके बन्ने में 36000 करोड़ की लगत को मंजूरी मिली है और इसमें कुल 6556 ज़मीन का प्रयोग किया जाएगा।
प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ-अमरोहा-बुलंदशहर-बदायूँ-शाहजहाँपुर-कन्नौज-उन्नाव-रायबरेली-प्रतापगढ़ से होते हुए आखिर में प्रयागराज में समाप्त होगा। प्रयागराज को पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था।
बैठक से पहले योगी आदित्यनाथ हनुमान मंदिर गए :
गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के पौराणिक तट पर बने परिसर में की गयी कैबिनेट मीटिंग से पहले उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ ने एक प्रतिष्ठित हनुमान मंदिर में प्रार्थना की जहां उनका अभिवादन पंडित नीलगिरी द्वारा किया गया। इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने आरती में भाग लिया और उसके बाद वहां बने किले के दर्शन भी किये।