दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को उत्तर कोरिया के हथियार परिक्षण के बाबत कॉल कर सकते हैं। इस दौरान वह हथियार परिक्षण के बाद कोरियाई पेनिनसुला क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बाबत चर्चा करेंगे।
योनहाप न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, दोनों नेता मंगलवार शाम को फ़ोन पर इसके बाबत बातचीत कर सकते हैं। 4 मई को उत्तर कोरिया ने कुछ शार्ट रेंज प्रोइजेक्टाइल को लांच किया था और यह अमेरिका के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ता में असफलता की निराशा के तौर पर देखा जा रहा है।
उत्तर कोरिया की मीडिया के मुताबिक, सैन्य ड्रिल को देश की सेना द्वारा लार्ज कैलिबर लॉन्ग रेंज आर्टिलिरी और सामरिक हथियारों को संभालने की क्षमता को आँका जा रहा था। साथ ही फायर मिशन और रक्षा इकाई की तबाह करने की क्षमता की शुद्धता को जांचा जा रहा था।
हथियारों को लांच करने के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने किम जोंग उन को अपना समर्थन दिया था। उन्होंने ट्ववीट कर कहा कि “किम मुझसे किया वादा नहीं तोड़ेंगे।” कम्युनिस्ट राष्ट्र के नेता ने पहली अमेरिकी-उत्तर कोरिया की बैठक में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण का संकल्प लिया था।
यह प्रक्रिया लम्बे अरसे से ठप पड़ी हुई है, दोनों पक्ष लगातार प्रतिबंधों से निजात के मतभेदों को सुलझाने में असफल रहे हैं। इस वजह से हनोई में बीते फरवरी को हुई डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन की मुलाकात बगैर किसी समझौते के रद्द हो गयी थी।
अमेरिका के अनुसार जब तक उत्तर कोरिया पूर्ण, निरीक्षित परमाणु हथियारों को नष्ट नहीं कर देता, प्रतिबंधों से निजात देना मुमकिन नहीं है। जबकि पियोंगयांग परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए पहले प्रतिबंधों से निजात देने की मांग कर रहा है।