उत्तर कोरिया मिसाइल कार्यक्रम पर दबाव बनाने व परमाणु मुक्त करने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों पर दबाव बनाएंगे। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नॉर्ट के मुताबिक विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन उत्तर कोरिया मुद्दे पर होने वाली सुरक्षा परिषद के मंत्रीय ब्रीफिंग में शामिल होंगे।
इस दौरान टिलरसन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों को बताएंगे कि ट्रम्प प्रशासन ने उत्तर कोरिया पर परमाणु हथियारों को छोड़ने के लिए अधिकतम दबाव बनाया है। साथ ही टिलरसन परिषद के सदस्य देशों को उत्तर कोरिया के परमाणु खतरे से अवगत कराते हुए उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने के लिए मांग करेंगे।
नॉर्ट ने कहा कि उत्तर कोरिया से बातचीत तभी संभव होगी जब उत्तर कोरिया परमाणु और मिसाइल परीक्षण कार्यक्रम को समाप्त करेगा। लेकिन फिलहाल तो उत्तर कोरिया की तरफ से ऐसी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई गई है।
जिसका मतलब साफ है कि उत्तर कोरिया तानाशाह किम जोंग-उन शांति से वार्ता करने को लेकर गंभीर नहीं है। कुछ समय पहले ही उत्तर कोरिया ने हवासोंग-15 मिसाइल को लॉन्च करते हुए अमेरिका को धमकी भी दी थी।
बिना किसी पूर्व शर्तों के वार्ता की जताई थी इच्छा
गौरतलब है कि इससे पहले टिलरसन ने कहा था कि अमेरिका बिना किसी पूर्व शर्तों के उत्तर कोरिया के साथ वार्ता को तैयार है। साथ ही कहा था कि अगर उत्तर कोरिया तैयार होता है तो अमेरिका किसी भी समय वार्ता के लिए तैयार है।
लेकिन बाद मे व्हाइट हाउस ने जारी बयान में कहा था कि उत्तर कोरिया मामले पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के विचारों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। अमेरिकी प्रेस सचिव सारा हकाबी सैंडर्स ने कहा कि उत्तर कोरिया की ओर ट्रम्प प्रशासन का रुख बदला नहीं गया है।
ट्रम्प ने पहले ही कहा रखा है कि जब तक उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार कार्यक्रमों को बंद नहीं कर देता है तब तक उससे किसी तरह की वार्ता नहीं की जाएगी।