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    उत्तर कोरिया

    उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने मंगलवार को नवनिर्मित पनडुब्बी का निरिक्षण किया था और पनडुब्बी से लांच बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के विकास को जारी रखने के संकेत दिए हैं। रायटर्स के मुताबिक, केसीएनए ने कहा कि “किम ने संचालन और सामरिक आंकड़ो और हथियार रोधी प्रणाली का निरिक्षण किया था। इसका परिचालन पूर्वी बंदरगाह के जल पर किया जायेगा।”

    उत्तर कोरिया की नई पनडुब्बी

    केसीएनए ने कहा कि “पनडुब्बी का संचालन के लिए तैनाती जल्द होगी।” किम ने कहा कि “पनडुब्बी की परिचालन काबिलियत हमारे देश की राष्ट्रीय रक्षा में एक महत्वपूर्ण उपकरण है।” पनडुब्बी की हथियार प्रणाली के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गयी है।

    उत्तर कोरिया का विशाल पनडुब्बियों का जहाजी बेड़ा है लेकिन एक ही पनडुब्बी बैलिस्टिक मिसाइल को लादने में सक्षम है। जानकारों के मुताबिक, पनडुब्बी के माप से लगता है कि नई प्रणाली को बैलिस्टिक मिसाइल को लादने के लिए बनाया गया है।

    अमेरिकी स्थित फेडरेशन ऑफ़ अमेरिकन साइंटिस्ट के वरिष्ठ अंकित पांडा ने बताया कि “हम स्पष्ट तरीके से देख सकते हैं कि यह एक विशाल पनडुब्बी है। यह फ़रवरी 2018 की सैन्य परेड के बाद पहली बार है कि नेता ने सैन्य प्रणाली का निरिक्षण किया है जो परमानी हथियारों को डिलीवर और लादने के लिए बनायीं गयी है।”

    उन्होंने कहा कि “हमें किम जोंग के इस साल के अंत तक अमेरिकी की नीति में बदलाव की तय समयसीमा को गंभीरता से लेना चाहिए।” दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि “वह इस प्रगति पर निगरानी बनाये हुए हैं लेकिन इसकी पुष्टि नहीं कर सकते हैं कि पनडुब्बी को मिसाइल लादने के लिए बनाया गया है।”

    सीओल में क्युन्ग्नम यूनिवर्सिटी के सैन्य विशेषज्ञ किम डोंग युब ने कहा कि “किम उत्तर कोरिया के नागरिकों को रक्षा पर  अपनी प्रतिबद्धता के बाबत दोबारा सुनिश्चित करना चाहते हैं, जबकि अभी उनका विशेष फोकस अर्थव्यवस्था पर है। नई पनडुब्बी के निरिक्षण का ऐलान आंतरिक एकता को बना है ताकि लोगो को उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंताओं से मुक्त किया जा सके और सेना का मनोबल बढाया जा सके।”

    अमेरिका को संकेत

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच 30 जून को कोरियाई सीमा पर मुलाकात के अगले दिन ही उत्तर की पनडुब्बी रिपोर्ट मीडिया में जारी हुई थी। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मंगलवार को सुरक्षा अधिकारीयों से मुलाकात के लिए दक्षिण कोरिया की यात्रा पर गए थे।

    फ़रवरी में वियतनाम में ट्रम्प और किम के बीच सम्मेलन रद्द हो गया था और दोनों पक्ष प्रतिबंधो से निजात पर सहमती व्यक्त नहीं कर सके थे। अप्रैल में किम ने कहा कि “वह इस वर्ष के अंत तक अमेरिका के अधिक लचीला होने का इन्तजार करेगे।

    उत्तर कोरिया के समक्ष विश्व का सबसे बड़ा पनडुब्बियों का जखीरा है लेकिन अधिक जहाज अब उम्रदराज हो गए हैं और अधिकतर के परिचालन में संदेह है। साल 2016 में उत्तर कोरिया ने कई वर्षों के बाद सफलतापूर्वक पनडुब्बी से बैलिस्टिक मिसाइल को लांच किया था।

    निरिक्षण के दौरान किम के साथ उत्तर कोरिया के मिसाइल कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाने वाले अधिकारिक किम जोंग सिक थे। अमेरिका के निगरानी समूह 38 नार्थ ने जून 2018 में कहा था कि उत्तर कोरिया सिंपो शिपयार्ड में एक और सिंपो श्रेणी की बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी का निर्माण कर रहा है।

    पांडा ने बताया कि “मेरे नजरिये से यह वही पनडुब्बी है जिसके बारे में अमेरिका का ख़ुफ़िया समुदाय बता रहा था, सिंपो सी। यह उत्तर कोरिया की एकमात्र बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी है।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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