दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच ऐतिहासिक मुलाकात की पहली सालगिरह का जश्न मानाने की योजना सीओल बना रहा है। हालाँकि इसमें उत्तर कोरिया शामिल नहीं होगा। इंटर कोरियाई मामलो की इंचार्ज सीओल की मिनिस्ट्री ऑफ़ यूनिफिकेशन ने रविवार को बयान में कहा कि “जापान, चीन, अमेरिका और दक्षिण कोरिया के विशेष कलाकारों की उपस्थिति में सीमा से सटे शहर पनमुंजोम में 27 अप्रैल को एक समारोह का आयोजन किया जायेगा।”
मंत्रालय ने कहा कि “इस समारोह के बाबत वह उत्तर कोरिया को सूचना देंगे लेकिन वह बगैर उत्तरी समकक्षी के इस समारोह के आयोजन की तैयारियां कर रहे हैं।” इस समारोह में उत्तर कोरिया की अनुउपस्थिति कोरियाई देशों के बीच चुनौतियों को रेखांकित करता है।
एक वर्ष पूर्व किम जोंग उन और मून जे इन ने सैन्य तैनाती वाले क्षेत्र में हाथ मिलाया था और इसे ‘शान्ति का युग’ घोषित किया था और संबंधों को सुधारने पर रज़ामंदी जाहिर की थी। फरवरी में डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के बीच हनोई की मुलाकात बगैर किसी समझौते के रद्द हो गयी थी।
परमाणु वार्ता को बहाल करने के बाबत दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कहा कि “यह एक और सम्मेलन का वक्त है।” पियोंगयांग ने मून जे इन के प्रस्ताव पर सार्वजानिक तौर पर टिपण्णी नहीं की।
उत्तर कोरिया ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और राज्य सचिव माइक पोम्पिओ की आलोचना की थी। साथ ही बीते हफ्ते एक परमाणु हथियार का परिक्षण किया था। उत्तर कोरिया ने गुरूवार को अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ को परमाणु वार्ता से हटाने की मांग की हैं। इसके बाद पियोंगयांग ने दावा किया कि उन्होंने कुछ हथियारों का परिक्षण किया था।
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने माइक पोम्पिओ को लापरवाह और अपरिपक्व करार दिया और बातचीत में उनकी जगह किसी अन्य वार्ताकार को नियुक्त करने की मांग की है।