उत्तर कोरिया ने हाल ही में धमकी दी थी कि “इससे पहले कि उनका सब्र का बाण टूट जाए, अमेरिका को बातचीत के तरीके में परिवर्तन करना होगा।” अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को अपनी राय में कहा कि पियांग्यांग वांशिगटन के साथ समझौते के लिए उत्सुक है।
सीएनएन के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “मेरे ख्याल से वे समझौता करना चाहते हैं और हम भी डील करना पसंद करेंगे। मैं सही वक्त पर उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ बैठक की तरफ देख रहा हूँ।” मंगलवार को उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि “अमेरिका को समझौते को जिन्दा रखने के लिए अपने मौजूदा आंकलन के तरीके को त्यागना होगा, जिस पर वे सब बीते वर्ष जून में मुलाकात के दौरान पंहुचे थे।”
उन्होंने कहा कि “या तो 12 जून के उत्तर कोरिया-अमेरिका का संयुक्त बयान प्रभावी रह सकता है या शायद कोरा कागज रह सकता है और अब ये सब अमेरिका पर निर्भर है कि वे कैसे हमारे सही और वाजिब मत पर प्रतिक्रिया देते हैं। अमेरिका को बीते एक वर्ष में देखना चाहिए और सही रणनीतिक चयन के बाबत जानना चाहिए, कि इससे पहले देर हो जाये।”
उन्होंने कहा कि “हम अमेरिका को सुझाव देते हैं कि वह अपने आंकलन के मौजूदा तरीके को बदल ले और हमारे आग्रह पर जल्द से जल्द प्रतिक्रिया दे। बर्दाश्त की भी एक सीमा होती है।” अमेरिका के नेता किम जोंग उन ने अप्रैल में बयान दिया था कि “वांशिगटन के साहसिक निर्णय का हम इस वर्ष के अंत तक इंतज़ार करेंगे।”
दोनों देशों के बीच वियतमान में आयोजित दुसरे शिखर सम्मेलन के बाद बातचीत की प्रक्रया ठप पड़ी हुई है। यह मुलाकात बगैर किसी समझौते के खत्म हो गयी थी। दोनों पक्ष प्रतिबंधों से रिआयत के मतभेदों को सुलझाने में असमर्थ रहे थे। उत्तर कोरिया ने इसके बाद निराशा में कई मिसाइलो का परिक्षण किया था।
हाल ही में अमेरिका ने उत्तर कोरिया के मालवाहक जहाज को जब्त कर लिए था। अमेरिका के मुताबिक, इस जहाज में कोयला व अन्य उत्पादों को भेजा रहा था जो सरकार पर लागू वैश्विक प्रतिबंधों का उल्लंघन है।”