उत्तर कोरिया में नियुक्त अमेरिका के राजदूत को परमाणु निरस्त्रीकरण के संभव होने की उम्मीद हैं। हाल ही में उत्तर कोरिया ने कहा था कि अगर अमेरिका परमाणु खतरे को नहीं हटाएगा तो वह परमाणु निरस्त्रीकरण नहीं करेगा। दक्षिण कोरिया के अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद स्टेफेन बिएगुन ने कहा कि साझेदार ने सात दशकों की इस शत्रुता को समाप्त करने की प्रतिबधता दिखाई थी, ताकि कोरियाई जनता का भविष्य उज्जवल हो सके।
अमेरिकी राजदूत की उम्मीद
राज्य सचिव माइक पोम्पेओ ने कहा था कि अमेरिका और उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर कार्य कर रहे हैं, जिसकी प्रतिबद्धता किम जोंग उन ने की थी। उन्होंने कहा था कि आगामी वर्ष की शुरुआत में किम जोंग उन और डोनाल्ड ट्रम्प मुलाकात करेंगे और इस निरस्त्रीकरण की प्रगति पर चर्चा करेंगे।
दक्षिण कोरिया में अमेरिकी राजदूत ने कहा कि अमेरिका ट्रेवल प्रतिबन्ध को आसन करने की प्रक्रिया पर समीक्षा कर रहा है ताकि जरूरतमंद उत्पादों को भेजकर मानवीय मदद की जा सके। हालांकि इस बयान पर उत्तर कोरिया की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
टाइम के मुताबिक उत्तर कोरिया ने गुरूवार को कहा कि वह तब तक अपने परमाणु हथियारों को नष्ट नहीं करेगा, जब तक अमेरिका के समक्ष परमाणु हथियार है।
कोरियाई पेनिन्सुला में परमाणु निरस्त्रीकरण की सटीक परिभाषा
उत्तर कोरिया के इस बयान से संदेह जाहिर होता है कि किम जोंग उन आर्सेनल को नष्ट करेगा, क्योंकि यह उसके बचाव का एकमात्र विकल्प है।
जारी बयान में कहा गया कि अमेरिका को कोरियाई पेनिन्सुला में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की सटीक परिभाषा को पहचानना होगा, और भुगौलिक अध्य्यन करना होगा। किम जोंग उन और डोनाल्ड ट्रम्प के मध्य जून में सिंगापुर में मुलाकात हुई थी। जहां पर कोरियाई पेनिन्सुला में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के मुद्दे को उठाया गया था और दोनों राष्ट्रों ने इस पर सहमती भी जताई थी।
उत्तर कोरिया दशकों से परमाणु निरस्त्रीकरण के मुद्दे को खींचता जा रहा है। उत्तर कोरिया ने कहा कि दक्षिण कोरिया और जापान के संरक्षण में तैनात सैनिक और हथियार नहीं हटाये जाते, तब तक परमाणु निरस्त्रीकरण के मुद्दे का विकास संभव नहीं है।
मानवधिकार का उल्लंघन
अमेरिका ने रविवार को उत्तर कोरिया के तीन वरिष्ठ अधिकारियों पर मानवधिकार उलंघन के कारण प्रतिबन्ध लगाये थे। उत्तर कोरिया के अधिकारी ने कहा कि पियोंयांग के साथ अमेरिका के साथ रिश्तों को सुधारने के डोनाल्ड ट्रम्प के प्रयासों की उत्तर कोरिया सराहना करता है। लेकिन अमेरिका की इन हरकतों से दोनों राष्ट्रों के सम्बन्ध पिछले साल जैसे हो जायेंगे।