एक नीजि अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, खेल मंत्रालय द्वारा इस साल जनवरी में गठित एक उच्च स्तरीय कमेटी ने “टार्गेंट ओलंपिक पोडियम स्कीम” (टॉप्स) से उनके कार्य के रिपोर्ट की मांग की हैं। दरअसल, कमेटी ने टॉप्स कार्यक्रम के लिए 184 खिलाड़ियों का चयन किया था, परन्तु कमेटी ने अब टॉप्स के कार्य को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है, दरअसल, इस कमेटी का कार्य न केवल एथलीटों का चयन करना हैं, बल्कि उनके प्रशिक्षण और निधिकरण को भी देखना भी इसी कमेटी की जिम्मेदारी हैं। इस कमेटी में ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा की अगुवाई में प्रकाश पादुकोण, पीटी ऊषा, और कर्णम मल्लेश्वरी शामिल हैं, इस कमेटी ने ‘टॉप्स’ की वर्तमान स्थिति जानने के लिए रिपोर्ट की मांग की है।
आपको बता दें पिछले साल रियो ओलंपिक खेल के लिए भारतीय दल भेजा गया था जिसमें कुल 117 सदस्य थे, लेकिन शायद ऐसा किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि 2012 लंदन ओलंपिक में 2 रजत के साथ छह पदक और 2008 बीजिंग ओलंपिक में एक पदक के साथ तीन पदक जीतने के बाद भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन और गिर जाएगा, रियो में केवल दो पदक ही भारत अपने नाम कर सका, एक रजत और एक कांस्य। अब प्रश्न यह उठता हैं कि क्या तैयारी नहीं थी, तो ऐसा भी नहीं था, खिलाड़ियों ने अपनी तरफ से 100 प्रतिशत दिया परन्तु मामला खेल का है और आपसे कोई दूसरा और भी बेहतर हो सकता है।
दरअसल, कमेटी ने खेल सचिव राहुल भटनागर को लिखे एक पत्र में अपना संदेह जताया है कि कहीं कॉमनवेल्थ गेम्स में भी वह इतिहास न दोहराया जाए जो स्वर्णिम इतिहास पिछले साल रियो ओलंपिक में लिखा गया था, जहां भारत ने जहां 117 सदस्यीय दल भेजा और दल कुल दो पदकों के साथ ही भारत लौटा। गौरतलब हैं कि कॉमनवेल्थ गेम्स में अब ज्यादा समय भी नहीं बचा है, 2018 के आरम्भ में ही यह प्रतियोगिता में ही यह शुरू होने वाली हैं।
आपको बता दें पिछले सप्ताह ही अभिनव बिंद्रा जो की इस कमेटी के अध्यक्ष थे उन्होंने इस कमेटी से अपने निजी कार्यों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया हैं।