ईरान और यमन के रणनीतिक जलमार्ग के बाचाव के लिए अमेरिका अपने सहयोगियों से अगले दो हफ्ते में सैन्य गठबंधन चाहता है। यहाँ वांशिगटन ने ईरान और ईरान समर्थित लडाकों को हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है। हाल ही में फाइनल हुई योजना के तहत अमेरिका कमांड जहाजो को मुहैया करेगा और सैन्य गठबंधन के लिए निगरानी प्रयासों का नेतृत्व करेगा।
अमेरिकी कमांड जहाजों और व्यवसायिक जहाजो के नजदीक सहयोगी गश्त करेंगे। मरीन जनरल जोशेफ दुंफोर्ड ने मंगलवार को अमेरिका के कार्यकारी रक्षा सचिव मार्क एस्पर और राज्य सचिव माइक पोम्पियो से मुलाकात की थी।
जापान के डिप्टी कैबिनेट सचिव ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया था। कोटरों नोगामी ने कहा कि “हम मध्य पूर्व में तनावों के बारे में बेहद चिंतित है। हमारे राष्ट्र की उर्जा सुरक्षा के लिए होरमुज़ जलमार्ग की सुरक्षा की गारंटी बेहद जरुरी है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय समाज की शान्ति और समृद्धता के लिए भी आवश्यक है। जापान अमेरिका और अन्य सम्बंधित राष्ट्रों के साथ संपर्क में रहेगा।”
अमेरिकी अधिकारीयों ने सार्वजानिक तौर पर जलमार्ग की सुरक्षा की योजना पर चर्चा की। अमेरिका के साथ ही सऊदी अरब और यूएई को ईरान समर्थिक हौथी विद्रोहियों का जलमार्ग पर हमले की आशंका है।
दुंफोर्ड ने कहा कि “अमेरिका कमांड और कंट्रोल जहाजों को मुहैया करेगा लेकिन अन्य देशो का लक्ष्य है कि वह उन कमांड जहाजों के बीच गश्त के लिए जहाजों को मुहैया करे। इस अभियान का माप देशों की संख्या के आधार पर रखा जायेगा।”