अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को ईरान पर गुपुचुप तरीके से लम्बे समय से यूरेनियम का संवर्धन करने का आरोप लगाया था और चेतावनी दी कि अमेरिका जल्द ही ईरान पर अपने प्रतिबंधों को बढ़ा सकता है। ईरान और अमेरिका के बीच प्रतिबंधों के कारण तनाव काफी बढ़ा हुआ है।
ईरान कर रहा यूरेनियम का उत्पादन
डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीटर पर कहा कि “ईरान लम्बे समय से गोपनीय तरीके से संवर्धन कर रहा है और यह जॉन कर्री और ओबामा प्रशासन द्वारा बनायीं गयी 150 अरब डॉलर की संधि का उल्लंघन था। याद रखे, यह संधि कुछ ही वर्षों में समाप्त हो जाती। प्रतिबंधों को जल्द ही बढाया जायेगा।”
अमेरिका ने यूएन की अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा विभाग की तत्काल बैठक का इस्तेमाल बुधवार को ईरान पर दबाव बढाने के लिए किया था कि उन्होंने साल 2015 में हुई परमाणु संधि का उल्लंघन किया था। वांशिगटन ने तेहरान पर जबरन वसूली का आरोप लगाया और प्रतिबंधों को जारी रखने का संकल्प लिया जबकि वह बातचीत का प्रस्ताव भी दे रहे हैं।
बीते दो हफ्तों में ईरान ने परमाणु संधि के दो नियमों का उल्लंघन किया है। अमेरिका बातचीत के लिए ईरान को अलग थलग कर मजबूर करना चाहता है।अमेरिका ने कहा कि “अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ईरानी शासन को उत्तरदायी ठहराना होगा।”
आईएईए के जांचकर्ताओं ने 1 जुलाई को निरीक्षित किया कि “ईरान का संवर्धन यूरेनियम 202.8 किलोग्राम से अधिक गया है। अभी यह 20 फीसदी से काफी कम है और यूरेनियम हथियारों के निर्माण के लिए 90 प्रतिशत की जरुरत होती है।”
ईरान के विदेश मन्त्री जावेद जरीफ ने कहा कि “तेहरान का कदम परिवर्तनीय है अगर यूरोपीय देश इस संधि को बचाने के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं पर कायम रहते हैं।”