ईरान ने अहवाज़ हमले का बदला लेने के लिए पूर्वी सीरिया पर मिसाइल दागी है। सूत्रों के मुताबिक इस हमले में कई आतंकवादी घायल हुए है या मारे जा चुके है। ईरानी मीडिया के अनुसार बॉर्डर के निकट इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के गढ़ में मिसाइल से हमला किया गया है।
इस्लामिक संगठन और अरब अलगाववादी समूह ने ईरान के अहवाज़ शहर में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस आतंकी हमले में 25 लोग मारे गये थे। ईरानी सरकार ने इस हमले का आरोप अमेरिका द्वारा समर्थित जिहादी अलगावादी समूह पर लगाया था। अमेरिका के रक्षा सचिव ने इन आरोपों को ऊटपटांग बताकर खारिज कर दिया था।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने बताया की अहवाज़ हमले के आरोपी पर निशाना साधकर सीरिया में मिसाइल हमला कर दिया गया है। उन्होंने ईरान के किस भाग से छह मिसाइल को लांच किया है इस पर चुप्पी साध रखी है। लेकिन बताया है कि यह मिसाइल 570 कि.मी. का सफ़र तय करेगी।
ईरानी मीडिया के मुताबिक इन मिसाइल पर ‘डेथ टू अमेरिका’, ‘डेथ तो इजराइल’ और सुअदी घराने की ओर इशारा करके ‘डेथ तो अल-सऊद’ लिखा हुआ है। हवाई हमले के बाद इस्लामिक संगठन पर ड्रोन से बम वर्षा भी की है।
ईरान ने सीरिया में हो रहे गृह युद्ध को संभालने के लिए सीरिया की सरकार को सैन्य बेड़े भेजे है साथ ही सीरिया की सेना के साथ मिलकर लड़ने के लिए हजारों फौजी तैनात कर रखे है।
ब्रिटेन के संचालक समूह के मुताबिक मिसाइल ने आईएस के मुख्यालय हजिना इलाके में प्रहार किया है। हालांकि अभी जनहानि की कोई सूचना नहीं मिली है। अमेरिकी सेना के मुताबिक उनके इस इलाके में 1500-2000 आतंकवादियों ने पनाह ले रखी है।
अलबत्ता इससे अहवाज हमले के पीछे के मास्टरमाइंड का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। आतंकवादियों के पोशाक पहने तीन बंदूकधारियों ने परेड के दस्ते पर हमला कर दिया था।
अधिकारियों के मुताबिक अहवाज में ईरान-इराक युद्ध की 38 वीं सालगिरह का जश्न मनाया जा रहा था। आईएस ने इस नृशंस हत्याकांड का जिम्मा लिया था जिसके सबूत के रूप में उन्होंने एक विडियो जारी की थी। लेकिन इससे यह साबित नहीं हुआ कि वह बंदूकधारी जिहादी अलगावादी समूह के थे।