Fri. Mar 29th, 2024
    चीन और मालदीव

    चीन अपनी विस्तारवादी रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहा है। मालदीव के विपक्षी दलों के उम्मीदवार को जीत की बधाई देते हुए चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि बीजिंग मालदीव से साझे फायदे वाला सहयोग चाहता है।

    विपक्षी उमीदवार मोहम्मद सोलिह ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद चीनी परियोजनायों की दोबारा समीक्षा की बात कही थी।

    मालदीव की विपक्षी पार्टी ने  चीनी प्रोजेक्ट पर दोबारा विचार करने को कहा था क्योंकि विशेषज्ञों ने उन्हें कर्ज के जाल में फंसने को लेकर चेताया था।

    चीनी मीडिया के मुताबिक चीनी राष्ट्रपति ने इब्राहीम सोलिह से कहा कि चीन और मालदीव की पुरानी मित्रता है और चीन मालदीव के साथ अपने रिश्ते को मज़बूत करने के लिए कार्य करने के इच्छुक है। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में परस्पर फायदेमंद सहयोग दोनों राष्ट्रों की जनता के लिए बेहतर सिद्ध होगा।

    रिपोर्ट के मुताबिक शी जिनपिंग ने इब्राहीम सोलिह से कहा कि वह संबंधों में विकास की कदर करते हैं। उन्होंने कहा चीन और मालदीव के बीच साझे सहयोग को एक नए आयाम देने के लिए वह मालदीव के भावी राष्ट्रपति से हाथ मिलाना चाहते हैं।

    राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन साल 2013 के बाद मालदीव को चीन के नजदीक खींचते चले गये। चीन ने मालदीव में बुनियादी ढाँचे के निर्माण के लिए निवेश किया था।

    चीनी विदेश विभाग ने पिछले हफ्ते मालदीव में चुनाव के बाद स्थिरता और निरंतरता बनी हुई है। चीन मालदीव के साथ रिश्तों को मज़बूत बनाने की फिराक में है क्योंकि उन्हें डर है मलेशिया और पाकिस्तान की नवनिर्वाचित सरकार की तरह मालदीव की सरकार भी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव प्रोजेक्ट की दोबारा समीक्षा करके इसे लटका न दे।

    मालदीव में हाल ही में राष्ट्रपति चुनाव संपन्न हुए थे जिसमे विपक्षी दलों के गठबंधन के उम्मीदवार इब्राहीम मोहम्मद सोलिह की जीत हुई थी।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *