अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को ईरान को अमेरिका के खिलाफ उकसावे की कार्रवाई न करने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि “अगर ईरान अमेरिका के हितो पर निशाना साधेगा तो बहुत बुरी तरह जूझेगा।” हाल ही में अमेरिका ने तेहरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच मध्य पूर्व में एक युद्धपोत और लड़ाकू विमानों की तैनाती की है।
कार्रवाई बर्दाश्त नहीं
डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि “हम देखेंगे कि ईरान के साथ क्या होता है। अगर वे कुछ भी करेंगे तो वह उनकी बहुत बड़ी गलती होगी। अगर उन्होंने कुछ भी किया तो बहु ज्यादा तड़पेंगे।” रविवार संयुक्त अरब अमीरात के चार व्यापारिक जहाज फ़ुजैराह के नजदीक क्षतिग्रस्त हो गए थे। यह होर्मुज जलमार्ग से कुछ ही दूरी पर स्थित है।
यूएई के जहाजों के क्षतिग्रस्त होने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा कि “अगर तेहरान हमले के रूप में कुछ भी करता है तो वह बुरी तरह तड़पेगा।” वांशिगटन ने बीते वर्ष उड़ान और अन्य वैश्विक ताकतों के साथ हुई परमाणु संधि को तोड़ दिया था और ईरान पर सभी प्रतिबंधों को दोबारा लगा दिया था।
ईरान पर प्रतिबन्ध
ईरानी तेल के निर्यात को शून्य करने के लिए अमेरिका ने कड़े प्रतिबन्ध थोपे ताकि ईरानी सरकार को परमाणु कार्यक्रम बंद करने के लिए घुटनो पर लाया जा सके। अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने सोमवार को मॉस्को की यात्रा को रद्द कर दिया था और सूचना को साझा करने के लिए ब्रुसेल्स में ही रुक गए थे।
जानकारी के मुताबिक, नाटो अधिकारीयों और यूरोपीय सहयोगियों को ईरान से खतरा है। अमेरिका और ईरान के बीच तनाव के स्तर में लगातार इजाफा हो रहा है। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने रविवार को कहा कि “तेहरान अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों से अभूतपूर्व दबाव झेल रहा है और देश आर्थिक स्थिति इराक के साथ साल 1980-88 की जंग के दौर से ज्यादा बुरी है।”