ईरान में शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक हालिया हफ्तों में आयो बाढ़ से मृतकों की संख्या का आंकड़ा बढ़कर 76 हो गया है। साथ ही चेतावनी जारी की कि इसके लपेट में अभी देश के अधिक हिस्से आ सकते हैं।
कॉर्नर ऑफिस के द्वारा जारी बयान के अनुसार, खुज़ेस्तान प्रान्त में बाढ़ से पांच लोगो की मौत और ललाम प्रान्त में एक अन्य व्यक्ति की मौत के साथ ही मृत्यु का आंकड़ा बढ़कर 76 तक पंहुच गया है। हाल ही में दोनों दक्षिणी पश्चिमी प्रांतो पर बाढ़ का कहर बरपा था।
ईरान के आन्तरिक मंत्री अब्दोलरेजा रहमानी नें संसद में बताया, “25 रियासतें और लगभग 4,400 गाँव इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।”
उन्होनें कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से लगभग 2.2 अरब डॉलर से 2.6 अरब डॉलर तक का जान-माल का नुकसान हुआ है।
परिवहन मंत्री मोहम्मद इस्लामी नें सरकार को बताया कि अब तक 725 बांध टूट चुके हैं।
उन्होनें कहा, “14,000 किमी लंबाई की सड़कें नष्ट हो चुकी हैं।”
एक अन्य मंत्री नें इससे सम्बंधित कहा है कि इतनी बड़ी बाढ़ के बावजूद भी ईरान में सालों से पड़ा सुखा खत्म नहीं हुआ है।
इस बाढ़ ने पहले उत्तरीपूर्वी भाग को अपनी चपेट में लिया था। इसके कारण मज़बूरन हज़ारो लोगो को शहर और गाँवों को खाली करना पड़ा था। अधिकारीयों ने शनिवार को भी भारी बारिश के बाद ईरान के पूर्वी भाग में बाढ़ की चेतावनी जारी की है। बारिश शनिवार से लगातार हो रही है।
आईआरएनए न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक परिवहन मंत्री मोहम्मद इस्लामी ने संसद में कहा कि “14000 किलोमीटर से अधिक सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है। 725 पुल पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं।”
ईरान के मेट्रोलॉजी सर्विस ने कहा कि “बाढ़ का मतब यह नहीं कि दशकों पुराना सूखा खत्म हो गया है।” शाहर तेजबक्श ने कहा कि “हाल की बाढ़ जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के कारण आयी है।” इस्लामिक रिपब्लिक को कई पडोसी देशों ने मदद की है। फ्रांस ने शनिवार को 210 टेंट और 114 पंप दान किये थे।