अमेरिका उन सभी पर प्रतिबन्ध थोपेगा जो ईरान से तेल या रेवोलूशनरी गार्ड्स के साथ कारोबार करेगा और तेल में कोई भी रियायत नहीं बरती जाएगी। ईरान के कच्चे तेल में 80 फीसदी की कमी आयी है क्योंकि अमेरिका ने दोबारा प्रतिबन्ध थोप दिया था।
अमेरिका की ईरान को चेतावनी
राष्ट्रपति ट्रम्प ने साल 2015 में हुई परमाणु संधि को बीते वर्ष तोड़ दिया था। अमेरिका के ट्रेज़री विभाग के सचिव सीगल मंडेलकर ने कहा कि “हम ईरान पर दबाव बनाना जारी रखेंगे और जैसे राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा, ईरान के तेल में किसी तरीके की कोई रियायत नहीं बरती जाएगी।”
मंडेलकर ने कहा कि “अमेरिका के दबाव के कारण ईरान के तेल व्यापार ने गंभीर गोता लगाया था।” ट्रम्प ने ईरान तेल व्यापार पर दोबारा प्रतिबन्ध थोप दिए थे और तेहरान को परमाणु गतिविधियों को सीमित करने के लिए जबरन मज़बूर कर रहा है।