इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि “उन्होंने सेना को गाज़ा पट्टी से दागे गए रॉकेट्स के बदले चरमपंथियों के ठिकानों पर अधिक घातक कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।” दोनों पक्षों के बीच तनाव दूसरे दिन में प्रवेश कर चुका है।
बेंजामिन नेतन्याहू ने कैबिनेट बैठक की शुरुआत में कहा कि “मैंने आज सुबह गाज़ा पट्टी पर आतंकी तत्वों पर भारी हमले जारी रखने के आदेश दिए हैं और गाज़ा पट्टी पर सेना की टैंक्स, तोपों और सैनिको की दोबारा तैनाती की है।”
इजराइल ने बताया कि “हमास ने शनिवार से करीब 450 रॉकेट्स या मोर्टार दागे हैं और इसकी प्रतिक्रिया उन्होंने हवाई हमले और टैंक से हमले के जरिये दी है। गाज़ा विभागों के मुताबिक, इजराइल के हमले में छह फिलिस्तानी नागरिकों की मौत हुई है, जिसमे दो चरमपंथी थे।
इजराइल में हमास की फायरिंग से एक गर्भवती महिला और बच्चे की हत्या हो गयी है और इसका जिम्मेदार उन्होंने चरमपंथियों को ठहराया था। गाज़ा सीमा के नजदीक अश्केलोन शहर में हमास द्वारा दागे गए राकेट हमले में एक 58 वर्षीय व्यक्ति की रात में मौत हो गयी थी।
इजराइल में 9 अप्रैल को आयोजित राष्ट्रपति चुनावो में जीत के बाद बेंजामिन नेतन्याहू नयी सरकार के गठन के लिए विपक्षी पार्टियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। चुनावो के दौरान वातावरण में शान्ति के लिए इजराइल और हमसके बीच यूएन और मिस्र के अह्दिकारियों ने संघर्षविराम समझौता किया था।
बीते हफ्ते दोनों पक्षों के बीच हिंसा का दौर बढ़ गया था और हमास ने इजराइल से अतिरिक्त मुआवजे की मांग की है। साल 2008 से इजराइल और गाज़ा पर फिलिस्तीन चरमपंथियों ने तीन जंग लड़ी है।