भारत के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने अपने ऊपर चल रहे सभी विवादों को देखते हुए आखिर चुप्पी तोड़ी और कहा कि उनके सारे विरोधी अब पानी भरते हुए नज़र आ रहे है।
आपको बता दें भारतीय बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी पर काफी समय से उनके टी-20 करियर व टीम में उनके स्थान को लेकर विवाद चलता आ रहा है, लेकिन इस चिंगारी को असली हवा न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ हुई टी-20 श्रृंखला के बाद मिली, जब भारतीय टीम सीरीज का दूसरा मुकाबला ज्यादा रन रेट होने की वजह और भारतीय बल्लेबाज़ों की खराब बल्लेबाज़ी के कारण एक बड़े अंतर से हार गयी थी। उस मैच में सभी भारतीय बल्लेबाजों ने खराब प्रदर्शन किया था, परन्तु कब भारतीय बल्लेबाज़ों में से महेंद्र सिंह धोनी को अलग कर दिया और उन पर भारतीय टीम की हार का इलज़ाम लगा दिया गया, किसी को पता ही नहीं चल पाया।
दरअसल, धोनी ने दुबई में अपनी क्रिकेट एकेडमी के लॉन्च के दौरान अपने ऊपर चल रहे इस विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए एक निजी अखबार से कहा कि “सभी के अपने-अपने विचार होते हैं और उनका सम्मान करना चाहिए, सबको अपनी बात कहने का हक है, टीम इंडिया का हिस्सा होना ही मेरे लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है”।
उन्होंने आगे कहते हुए बोला कि “मेरा हमेशा से ही मानना रहा है कि परिणाम से अहम प्रक्रिया होती है, मैंने कभी भी नतीजों के बारे में नहीं सोचा, मैंने हमेशा यही सोचा कि उस वक़्त क्या करना सही होगा, भले ही तब 10 रन की जरूरत हो, 14 रन की जरूरत हो या फिर पांच रन की जरूरत हो, और मैं कभी भी इस बात से भयभीत नहीं हुआ कि तब क्या होगा, अगर नतीजे मेरे हिसाब से नहीं रहे”।
आपको बता दें धोनी को लेकर भारत के कई दिगज्ज खिलाड़ी उनके टी-20 में स्थान का विरोध जता चुके है।
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