पिछले कुछ समय से चल रही आरबीआई और केंद्र के बीच तल्खी के बीच अब सरकार की ओर से कुछ नर्मी के संकेत मिलने लगे हैं।
आर्थिक मामलों के सचिव सुभास चन्द्र गर्ग ने शुक्रवार को अपने एक ट्वीट में कहा है कि “सरकार रिज़र्व बैंक के साथ उसके आर्थिक पूंजी ढाँचे को उचित ढंग से ठीक करने के लिए बातचीत कर रही है।”
Only proposal under discussion is to fix appropriate economic capital framework of RBI.
— Subhash Chandra Garg (@Subhashgarg1960) November 9, 2018
गर्ग ने मीडिया की तरफ इशारा करते हुए अपने एक ट्वीट में कहा है कि “इस समय देश की मीडिया के बीच कई तरह की गलत खबरें चल रहीं है, जबकि सरकार की राजकोषीय गणित बिलकुल ट्रैक पर है। सरकार द्वारा आरबीआई को 3.6 लाख करोड़ या 1 लाख करोड़ माँगने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया है..”
Lot of misinformed speculation is going around in media. Government’s fiscal math is completely on track. There is no proposal to ask RBI to transfer 3.6 or 1 lakh crore, as speculated. (continued…).
— Subhash Chandra Garg (@Subhashgarg1960) November 9, 2018
यह भी पढ़ें: सरकार आरबीआई से चाहती है 3.6 लाख करोड़, आरबीआई ने किया मना
हालाँकि अभी तक वित्त मंत्रालय ने इस मुद्दे पर कोई औपचारिक या सीधी टिप्पणी नहीं की है, हालाँकि गर्ग के ट्वीट से ये पता चलता है कि वित्त मंत्रालय पिछले कुछ महीनों में आरबीआई और सरकार के बीच पैदा हुई खाईं को पाटना चाहता है।
मालूम हो कि गर्ग का ट्वीट तब आया है जब केंद्रीय बैंक बोर्ड 19 नवंबर को अपनी एक बैठक करने जा रहा है।
यह भी पढ़ें: 19 नवंबर को इस्तीफ़ा दे सकते हैं आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल: रिपोर्ट
वहीं देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने ट्वीट कर कहा है कि “सरकार द्वारा ‘आरबीआई के आर्थिक पूंजी ढाँचे को ठीक करने’ के लिए सरकार का शब्दकोष क्या है? जो टूट गया है उसे ठीक किया जाता है, आरबीआई का कौन सा हिस्सा टूट गया है जिसे सरकार ठीक करने के लिए बेचैन है।”
मालूम हो कि आरबीआई और सरकार के बीच पिछले कुछ हफ्तों से काफी गरमागर्मी चल रही है। इसके चलते आरबीआई और वित्त मंत्रालय के बीच तीखे बयानों का भी आदान-प्रदान हो चुका है।
यह भी पढ़ें: रघुराम राजन ने आरबीआई को अर्थव्यवस्था के लिए बताया ‘सीट बेल्ट’
यह भी पढ़ें: जानें मोदी सरकार की नीतियों पर क्या बोले पूर्व आरबीआई गवर्नर विमल जलान