आज पटना में आरजेडी के विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में आरजेडी के सभी 80 विधायक शामिल हुए। बैठक के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने कहा कि नीतीश ने तेजस्वी से इस्तीफ़ा नहीं माँगा है और ना ही कोई सफाई देने को कहा है। ऐसे में सबकी निगाहें आज शाम को होने वाली जेडीयू विधायक दल की बैठक पर टिकी हैं। यह बैठक 28 जुलाई को होनी प्रस्तावित थी पर राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह से लौटते ही नीतीश ने इसे दो दिन पहले ही बुला लिया है। ऐसे में इस बात की चर्चा होने लगी है कि क्या आज शाम ही नीतीश कुमार तेजस्वी के इस्तीफे पर अपना निर्णय दे सकते हैं?
राबड़ी ने की अध्यक्षता
राबड़ी देवी ने इस विधायक दल के बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के राबड़ी देवी ने कहा कि तेजस्वी पर लगे सारे आरोप झूठे हैं। किसी भी सूरत में तेजस्वी उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की उनके परिवार को फंसाने की साजिश है। सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वो बाहरी आदमी है और उनका बिहार से कोई लेना-देना नहीं है। उन जैसे कुछ बाहरी लोग ही हैं जो बिहार को विकसित होने देना नहीं चाहते और विकास कार्यों के बीच में आ रहे हैं।
पुराने रुख पर कायम है आरजेडी
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने स्पष्ट कर दिया कि तेजस्वी के इस्तीफे को लेकर आरजेडी अपने पुराने रुख पर कायम है। बिहार में महागठबंधन की सरकार है और नीतीश कुमार हमारे नेता हैं। सरकार द्वारा उठाये गए हर उचित कदम का आरजेडी सक्रिय रूप से समर्थन करेगी। आरजेडी को तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग मंजूर नहीं है। जहाँ कहीं भी अपनी बात रखने और सफाई देने की जरुरत महसूस हुई वहाँ मैं और तेजस्वी दोनों ही तैयार है।
उनके स्पष्टीकरण के बाद महागठबंधन का भविष्य पूरी तरह से आज शाम होने होने वाली जेडीयू विधायक दल की बैठक पर निर्णय करेगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार इस बैठक में क्या फैसला लेते हैं।