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    giriraj singh

    केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को नोएडा में देश की बढती आबादी को विकास और सामाजिक सद्भाव के लिए एक बाधा मानते हुए आबादी को नियंत्रित करने के लिए एक कानून की वकालत की।

    सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमिता मंत्रालय (एमएसएमई) में स्वतंत्र प्रभार सँभालने वाले मंत्री गिरिराज सिंह ने इस मुद्दे पर इस्तीफा देने की धमकी देते हुए कहा कि वह इसके लिए “किसी भी हद तक” जा सकते हैं।

    सिंह जनसँख्या समाधान फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए नोएडा में थे, उनके कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर कानून के लिए समर्थन मांगा। विभिन्न स्रोतों का हवाला देते हुए, उन्होंने कहा कि भारत की जनसंख्या चीन के बराबर है, जो और 125 करोड़ से अधिक है, लेकिन भूमि और पानी जैसे संसाधन सीमित हैं।

    बिहार के नवादा से लोकसभा सांसद गिरिराज सिंह ने संवाददाताओं से कहा, “देश में विकास और सामाजिक समरसता के लिए, जनसंख्या को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है।”

    उन्होंने कहा “विकास भी बढती जनसँख्या के कारण बाधित है और यह स्पष्ट है कि यदि आप किसी भी सड़क (यातायात), स्कूल, अस्पताल में जाते हैं तो हर तरफ भीड़ है और रोजगार के अवसरों को भी प्रभावित कर रहा हैं। इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि देश में जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए एक कानून बनाया जाए।

    उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम 22 इस्लामिक देशों में चलाए जा रहे हैं और यह केवल भारत में है जहां इस तरह की पहल को धर्म से जोड़ा जाता है। उन्होंने कहा कि कानून ऐसा होना चाहिए कि यह सभी समुदायों पर लागू हो और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो, जिसमें उनके मताधिकार को छीन लेने का भी प्रावधान हो।

    उन्होंने कहा “यदि कानून कहता है कि केवल दो बच्चों को अनुमति दी जाती है, तो हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध, और अन्य सभी को इसका पालन करना चाहिए। जो लोग कानून का पालन नहीं करते हैं, उनके मतदान के अधिकार को रद्द कर दिया जाना चाहिए, उनके आर्थिक संपत्ति पर कार्रवाई होनी चाहिए, उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए। जब तक ऐसा नहीं होता, तब तक देश में भूमि, पानी की कमी, पर्यावरण बिगड़ने और अन्य संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ेगा।”

    यह पूछे जाने पर कि क्या वह ऐसे कानून के लिए इस्तीफा देंगे, जैसा कि फाउंडेशन द्वारा एक प्रेस बयान में उल्लेख किया गया है, उन्होंने कहा, “मैं लोगों को जागरूक करने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हूं।”

    By आदर्श कुमार

    आदर्श कुमार ने इंजीनियरिंग की पढाई की है। राजनीति में रूचि होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने कई वेबसाइट पर स्वतंत्र लेखक के रूप में काम किया है। द इन्डियन वायर पर वो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं।

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