Mon. Dec 23rd, 2024
    चीन ईरान के साथ व्यापार जारी रखेगा

    अमेरिका ने दूसरे चरण के कठोर प्रतिबन्ध ईरान पर 5 नवम्बर से लगा दिया थे। इन प्रतिबंधों के कारण ईरान की तेल और बैंकिंग प्रणाली प्रभावित होगी।

    अमेरिका के नए प्रतिबंधों के बावजूद चीन ने ऐलान किया कि वह ईरान से व्यापार जारी रखेगा। चीन ने सोमवार को कहा कि ईरान के तेल और वित्तीय क्षेत्रों पर अमेरिका ने अपने अधिकार से बाहर आकर प्रतिबन्ध लगाये हैं। चीन ने कहा कि वह ईरान के साथ द्विपक्षीय व्यापार जारी रखेगा।

    अमेरिका के प्रतिबंद ईरान पर सोमवार से लागू हो गए थे। डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के साथ परमाणु संधि तोड़कर प्रतिबन्ध लगा दिए थे। चीन ने कहा कि मिडिल ईस्ट में ईरान अस्थिर स्थिति में है। इन प्रतिबंधों के कारण मई से ईरान के तेल बेचने में 1 मिलियन बैरल प्रति दिन की गिरावट हो रही है। अमेरिका के प्रतिबंधों का मकसद ही ईरानी तेल के निर्यात को रोकना और उसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली से बेदखल करना था।

    चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुन्यिंग ने कागा कि बीजिंग एकपक्षीय प्रतिबंधों का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि चीन का ईरान के साथ सम्बन्ध अंतर्राष्ट्रीय कानून के मुताबिक है, यह पूरी तरह वैध और कानूनी है। उन्होंने कहा कि इसका सभी को सम्मान करना चाहिए।

    अमेरिका ने इन प्रतिबंधों से आठ देशों को रियायत दी है। इसमें जापान, तुर्की और भारत जैसे देश शामिल है जो ईरान के साथ तेल की सौदेबाजी जारी रखेंगे ताकि वैश्विक बाज़ार और अर्थव्यवस्थाएं को कोई नुकसान न हो। चीन को रियायत मिलने के बाबत चीनी प्रवक्ता ने बताया कि ईरान के साथ बीजिंग अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत सामान्य सहयोग करेगा।

    चीन ने साल 2015 में ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और रूस के साथ जॉइंट कोम्प्रेहेंसिवे प्लान पर हस्ताक्षर किये थे। इस साझा योजना को डोनाल्ड ट्रम्प ने इस साल के शुरुआत में तोड़ दिया था। अमेरिका के अलावा शेष सदस्य इस समझौते के तहत कार्य कर रहे हैं और ईरान को परमाणु कार्यक्रम से दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं।

    चीनी प्रवक्ता ने कहा कि इन हालातों में सभी सदस्य अपने दायित्वों को निर्वाह करेंगे और सहीं पक्ष का चयन करेंगे। चीन ने अमेरिका से प्रतिबंधों में रियायत बरतने का आग्रह किया था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *