अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को आला सुरक्षा अधिकारियों से अमेरिकी तालिबानी शांति योजना पर समीक्षा के लिए मुलाकात की थी और कहा कि अफगानिस्तान में जंग को खत्म करने के लिए विपक्षियो में से भी कई शांति समझौता चाहते हैं।
ट्रम्प ने कहा कि अफगानिस्तान पर अभी बेहद अच्छीवार्ता को मुकम्मल किया है। विपक्षी पक्षो में से कई 19 साल की जंग में अब शांति समझौता चाहते हैं। ट्रम्प ने बेडमिंस्टर में उपराष्ट्रपति माइक पेन्स, राज्य सचिव माइक पोंपियो, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन, रक्षा सचिव माइक एस्पर, जॉइंट चीफ जोफ स्टाफ के सेक्रेटरी जनरल जोसफ डुंफोर्ड और जलमय ख़लीलज़ाद से मुलाकात की थी।
अफगानिस्तान की सरजमीं से अमेरिका हज़ारों सैनिको की वापसी की तैयारियों में जुट गया है। समझौते के तहत अमेरिका अपनी सेना को वापस बुलायेगा और 18 वर्षो की जंग समाप्त होगी।
इस माह की शुरुआत में ख़लीलज़ाद ने कहा था कि तालिबान ने संकेत दिए हैं कि वे शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के इच्छुक है। तालिबान ने यह भी कहा कि वह समझौते पर पंहुचने के लिए आशावादी है।
क़तर में तालिबान के राजनीतिक दफ्तर के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने हाल ही में वॉइस ऑफ अमेरिका से कहा था कि वे अमेरिका के साथ आगामी वार्ता के दौरान समझौते पर पहुँचने के लिए आशावादी है। शाहीन ने कहा कि तालिबानी वार्ताकारों ने अपना हिस्से का काम पूरा कर लिया है और अब सब अमेरिका पर निर्भर है। अब उन्हें वार्ता प्रक्रिया को अगले कदम पर ले जाया जाएगा।
तालिबान के प्रमुख वार्ताकार ने इस माह के शुरुआत में कहा कि “हम इस बाबत प्रतिबद्ध है कि जब अमेरिका के साथ सैनिको की वापसी के समझौते पर दस्तखत किये जायेंगे और समयसीमा दी जाएगी और अंतरराष्ट्रीय भागीदार अंतिम समझौते के गवाह होंगे इसके बाद ही हम आंतरिक अफगान वार्ता को आयोजन करेंगे।”