भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले एयर इंडिया वन की सुरक्षा को और व्यवस्थित किया जाएगा। अमेरिका ने एयर इंडिया वन के लिए दो रक्षा प्रणाली बेचने की मंजूरी प्रदान की है। अमेरिका की रक्षा सहयोग एजेंसी ने इसकी घोषणा की है। रक्षा एजेंसी के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दो रक्षा प्रणालियों ‘लार्ज एयरक्राफ्ट इंफ्रारेड कॉउंटेरमेजर’ और सेल्फ प्रोटेक्शन सुइट्स को भारत को बेचने की स्वीकृति प्रदान की है।
भारत ने हाल ही में अमेरिका को यह प्रणालियां बेचने का अनुरोध किया था। इस प्रणाली की खरीद की जरूरत के बाबत भारत सरकार ने तर्क दिया कि इससे राष्ट्रपति औऱ प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इजाफा होगा। साथ ही इस प्रणाली का वाणिज्य मंसूबो के लिए भी प्रयोग होगा। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने इसकी जानकारी दूतवास के माध्यम से भारत को दी है।
अमेरिका ने आशा व्यक्त ली है कि इससे भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक सम्बन्ध अधिक प्रगाढ़ होंगे। साथ ही यह अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा को बेहतर बनाने में मददगार साबित होगी। भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक यह रक्षा प्रणाली भारतीय एयर इंडिया वन की सुरक्षा को अमेरिका के एयर फोर्स वन के समान कर देगी।
इन रक्षा प्रणालियों को भारत के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की सुरक्षा वाले दो बोइंग 777 विमानों में लगाया जाएगा। भारत सरकार दो बोइंग 777 विमान खरीदने की योजना बना रहा है। लैकरैम प्रणाली बड़े विमानों के मिसाइल हमले से बचाती है। यह प्रणाली विमान के चालक को तत्काल खतरे को सूचना देती है।
भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति को सुरक्षा के लिए इन विमानों का इस्तेमाल किया जाता है। यह वायुसेना के अड्डे पर कड़ी सुरक्षा के तहत रखे जाते हैं। यह विमाम दुश्मन के रडार को चकमा देने में माहिर है और तत्काल जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहता है। इस विमान में एडवांस मिसाइल वार्निंग सिस्टम है, जो हमले की सूचम तुरंत चालक को देता है।
एयर इंडिया वन के बोइंग विमान में कुल 383 किलोमीटर की वायरिंग है। इन विमानों में सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम है, जिससे उसकी जानकारी मिलती रहती है। ये विमान 41000 फ़ीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकते हैं। इस विमान में हवा में ही ईंधन भरने की सुविधा होती है। इससे एक बार मे 100 लोगो का भोजन, दो हज़ार लोगों के लिए भोजन स्टोर करने की भी व्यवस्था होती है। केंद्रीय सरकार ने सुरक्षा के लिए एयर इंडिया विमान को रज़ामंदी दी थी।
यह रक्षा प्रणाली मिसाइल के हमले से सुरक्षा प्रदान करेगी। इससे गलत अलार्म बजने में कमी आएगी। इसमे मल्टीप्ल सेंसर का इस्तेमाल किया गया है क्योंको बिना चालक के यह प्रणाली अपना कार्य जारी रखेगी।