अमेरिका ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत पर एक और आतंकी हमला पाकिस्तान के लिए एक गंभीर संकट खड़ा कर देगा। अमेरिका ने साथ ही पाकिस्तान से उसकी सरजमीं पर पनप रहे आतंकी समूहों और सरगनाओं के खिलाफ टिकाऊ, प्रामाणिक और सतत कार्रवाई करने का मांग की है।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक व्हाइट हाउस ने कहा कि “हम पाकिस्तानी सरजमीं पर पल रहे आतंकवाद खासकर, जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा के खिलाफ प्रामाणिक और सतत कार्रवाई करते हुए देखना चाहते हैं। ताकि दक्षिण एशिया में दोबारा युद्ध की स्थिति उत्पन्न न हो।”
व्हाइट हाउस ने कहा कि “अगर पाकिस्तान अपनी सरजमी पर संचालित आतंकी समूहों के खिलाफ प्रामाणिक कार्रवाई नही करता है और भारत पर दोबारा आतंकी हमला होता है, ऐसी स्थिति में पाकिस्तान को काफी गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।”
अमेरिका ने पाकिस्तान से पूछा कि भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिविरों पर हवाई हमले के बाद इस्लामाबाद ने आतंकी संगठनों के खिलाफ क्या कार्रवाई की ? व्हाइट हाउस ने कहा कि वायुसेना के हमले के बाद पाकिस्तान ने अपने यहां आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाए है लेकिन इस कार्रवाई को फिलहाल पर्याप्त नही माना जा सकता है।
बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा किये गए हमले के बाद के बाद पाकिस्तान की तरफ से उठाए गए कदमों के बाबत व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि “अमेरिका और अंतरार्ष्ट्रीय समुदाय देखना चाहता है कि आतंकी संगठनों के खिलाफ ठोस और निर्णायक कार्रवाई हो। हाल ही में पाकिस्तान द्वारा उठाये गए कदमों का अभी आंकलन करना जल्दबाजी होगी। हालांकि पाकिस्तान ने कुछ जरूरी कदम उठाए हैं। मसलन, कुछ आतंकी संगठनों की संपत्ति को जब्त किया है, कुछ आतंकियों की गिरफ्तारी भी हुई है और आतंकी संगठनों के कुछ ठिकानों को जब्त भी किया गया है।”
अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि “इसके अलावा पाकिस्तान द्वारा अन्य कदम उठाये जान अभी शेष है।”
अमेरिका में शनिवार को ‘ग्लोबल कश्मीरी पंडित डायस्पोरा’ के नेतृत्व में पाकिस्तान की आतंकवाद पर बनी राज्य नीति के विरोध में प्रदर्शन हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि “वे भारत के अंदर तक प्रवेश करना चाहते हैं और वैश्विक स्तर पर अपना जाल बुन रहे हैं।” पाकिस्तान द्वारा कश्मीर के भाग पर अवैध कब्जे के मसले को भी प्रदर्शनकारियों ने उठाया और उस जमीन के कानूनी मालिक भारत को जल्द जमीन वापस सौंपने की मांग की।