अमेरिका के फ़ेडरल प्रबंधन ने वाल स्ट्रीट पर सार्वजनिक रूप से बिटकॉइन का लेन-देन करने की मंजूरी दे दी है। सीएमई ग्रुप इस महीने के अंत में बिटकॉइन फ्यूचर का व्यापार शुरू करेगा। आपको बता दें कि यह विश्व में पहली बार होगा जब बिटकॉइन का व्यापार कानूनी रूप से हो रहा है। इससे पहले सिर्फ कुछ वेबसाइट के जरिये ऑनलाइन बिटकॉइन को खरीदा-बेचा जा सकता था।
बिटकॉइन के व्यापार के लिए इसकी कीमत जांचने के लिए ऑनलाइन वेबसाइट और ब्रोकर की मदद ली जायेगी। बिटस्टंप जैस ऑनलाइन ब्रोकर बिटकॉइन की कीमत को निर्धारित करेंगे। बिटकॉइन की कीमत में भारी उतार-चढ़ाव के चलते इसके मार्जिन और लिमिट में भी वृद्धि की जायेगी।
जाहिर है अमेरिकी कंपनी के इस कदम से विश्व में बिटकॉइन की स्वीकृति और बढ़ेगी। पिछले कुछ दिनों में विश्व में बिटकॉइन को लेकर चर्चाएं गर्म हो गयी हैं। कई सरकारें और बैंक बिटकॉइन पर बातचीत कर रहे हैं। हालाँकि अभी तक किसी बड़े बैंक ने इसके व्यापार के लिए मंजूरी नहीं दी है।
बिटकॉइन को लेकर अभी भी लोगों के मन में असमंजस का भाव है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस तेजी से बिटकॉइन में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, लोगों को इसमें निवेश करना जोखिम भरा लग रहा है। उदाहरण के तौर पर इसी सप्ताह बिटकॉइन 15 फीसदी ऊपर चढ़कर फिर उतना ही नीचे गिर गया था।
हालाँकि यह तो सच है कि यदि अमेरिका में बिटकॉइन का व्यापार संतुलित भाव से चलता है, तो विश्व के अन्य देश में मौजूद बैंक और कंपनियां भी इसे लागू करने की सोच सकते हैं। यदि भारत की बात करें, तो हाल ही में सरकार ने इसे वैधता देने से मना कर दिया था। इसके बावजूद भी कुछ ऑनलाइन ब्रोकर बिटकॉइन को खरीद-बेच रहे हैं।