अमेरिका ने सोमवार को उत्तर कोरिया की यात्रा के लिए अमेरिकी पासपोर्ट पर पाबन्दी को एक साल और के लिए बढ़ा दिया है। अमेरिकी राज्य विभाग ने इसकी घोषणा की है। यह प्रतिबन्ध एक सितम्बर से अमल में लाया जायेगा। उत्तर कोरिया की यात्रा के लिए अमेरिका का पासपोर्ट अमान्य होगा।
इसके पीछे उत्तर कोरिया में नागरिको की गिरफ्तारी और लम्बे समय तक जेल में बंद रहने की गंभीर चिंता है। इस यात्रा प्रतिबन्ध को ओटो वार्म्बिएर किओ मौत के बाद सितम्बर 2017 में लागू किया गया था। यह एक अमेरिकियो कॉलेज का छात्र था जिसे उत्तर कोरिया में गिरफ्तार कर लिया गया था और कोमा की हालत में अमेरिका लौटने के तुरंत बाद उसकी मौत हो गयी थी।
एक सिंगल यात्रा के लिए मानवीय कारणों और पत्रकारों को वीजा मुहैया किया जा सकता है। इसे साल 2018 में दोबारा रिन्यू किया गया था और यह 31 अगस्त 2020 तक कायम रहेगा। उत्तर कोरिया की यात्रा पर पत्रकार और मानवीय कारणों के लिए मानवीय विभागों के जरिये वीजा के लिए आवेदन किया जा सकता है।
इस माह वांशिगटन की तरफ से यह एक अलग कार्रवाई है जिसके तहत विदेशी नागरिक जो उत्तर कोरिया की यात्रा कर चुके हैं , उन्हें अमेरिका में प्रवेश के लिए वीजा लेना होगा। अमेरिका और उत्तर कोरिया के ब्वीच परमाणु वार्ता का दौर जारी है लेकिन कुछ खासा प्रभाव नहीं दिख रहा है।