अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने रविवार को कहा था कि वांशिगटन और प्योंगयांग के बीच ठप पड़ी परमाणु वार्ता की शुरुआत जुलाई के मध्य से शुरू हो सकती है। रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच ऐतिहासिक मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा कि “परमाणु वार्ता होगी, जुलाई में शुरू होगी और शायद अगले दो या तीन हफ्तों में होगी। मेरे ख्याल से महीने के मध्य में यह मुलाकात होगी। लेकिन दोनों टीम एकजुट होंगी और वे कार्य की शुरुआत करेंगे। वे विचारो के आदान-प्रदान करना शुरू करेंगे।”
दक्षिण कोरिया की दो दिवसीय यात्रा में ट्रम्प के साथ अमेरिकी कूटनीतिज्ञ माइक पोम्पिओ भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि “वह वार्ता की टेबल पर वापस आकर उत्साहित हैं। हमें उत्तर कोरिया की उम्मीदों और का तरीको की रेंज का भान है, शायद यह आगे की तरफ कदम है।”
उन्होंने कहा कि “हम नहीं जानते कि आगे कौन सा मार्ग होने वाला है। लेकिन यह मामला नहीं है कि एक साल पहले कहाँ थे। हम भी वहां नहीं है जहां 12 महीने पहले थे। हम इससे आगे बढ़ेंगे।” वियतनाम में मुलाकात के बाद उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ता ठप पड़ी हुई है।
वियतनाम के सम्मेलन में डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन ने कोई संयुक्त बयान नहीं दिया था। दोनों पक्ष प्रतिबंधों से रियायत पर मतभेदों को सुलझाने में असफल हुए हैं। इसके बाद दोनों देशों के बीच समझौते की सम्भावनाये जूझ रही है। इसके बाद उत्तर कोरिया ने मई में कई मिसाइल का परिक्षण किया था।
उत्तर चाहता कि अमेरिका परमाणु नितास्त्रीकरण के लिए सभी प्रतिबंधों को हटा दे लेकिन अमेरिका इस पर असहमत था।उत्तर कोरिया ने सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की मुलाकात को ऐतिहासिक और शानदार करार दिया है।