अमेरिका ने ईरान पर अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध लगा दिए है। इन प्रतिबंधों के कारण ईरान की बैंकिंग और वित्तीय प्रणाली पर नकारात्मक असर पड़ेगा। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने मंगलवार को यूट्यूब पर एक वीडियो जारी कर कहा कि अमेरिका के प्रतिबंधों को ईरान खारिज करता है और तेहरान से वांशिगटन की मांगें बेतुकी, गैर कानूनी और संवैधानिक त्रुटिपूर्ण है।
मोहम्मद जावेद जरीफ ने पर्शियन और अंग्रेजी भाषा मे वीडियो जारी कर कहा कि ऐसा लगता है अमेरिकी प्रशासन को भ्रम है कि ऐसे भयावह प्रतिबंध थोपकर वो ईरान को डरा देंगे और ऐसे दर्दनाक प्रतिबंधों से अमेरिका हमारी इच्छाओं को कुचल सकता है।
ईरानी विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले 40 सालों में हमें कई बार अमेरीकी द्वेषभाव नीति के कारण कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा ईरान अपने संसाधनों के बलबूते खड़ा है। उन्होंने कहा आज ईरान और उसके साझेदार इस बार पर चर्चा कर रहे हैं कि अमेरिकी विवेकहीन नीति से ईरानी जनता कम से कम प्रभावित हो।
जावेद जाफरी ने बताया कि ईरान के साथ अमेरिका का परमाणु संधि तोड़कर वापस प्रतिबंध थोपने का फैसला ईरान को दोबारा अलग -थलग करने की नीति कर तहत है। विदेश मंत्री के पर्शियन वीडियो के मुताबिक अमेरिका अपने विचारहीन निर्णय के लिए पछताएगा। उन्होंने कहा अमेरिका इन प्रतिबंधों को हटाएगा, जो लोगो को आपस मे दूर करते है।
ईरानी विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका को इजराइल और सऊदी अरब को बगैर शर्त के समर्थन देने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा डोनाल्ड ट्रम्प के अधिकारियों को ईरान की हकीकत को समझना चाहिए और ईरानी मुसीबतों को समझने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि उन्होंने राजनीति में ज्यादा समय बताया है।
हाल ही में अमेरिका ने ईरान पर दूसरे चरण के प्रतिबंध लगा दिए थे। इन प्रतिबंधो से भारत सहित आठ देशों को छूट दी गयी थी।