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    अमित मित्रा

    शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कहा-” नोटबंदी और जीएसटी के गलत लागू करने की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को 4.75 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है।”

    उन्होंने केंद्र के ‘एमएसएमई’ को भी 1 करोड़ के लोन देने की पहल की आलोचना करते हुए कहा कि ये केवल एक दिखावा है, उन्होंने आज तक किसी को पोर्टल से लोन मिलते नहीं देखा।

    एमएसएमई को ये चिंता सता रही है कि अगर वे पोर्टल से लोन लेंगे तो वे पकड़े जा सकते है। उन्हें इसे लेकर संदेह है। अगर इस स्कीम का केवल इन-प्रिंसिपल अनुमोदन है तो ये ‘एमएसएमई’ को कैसे फायदा करेगी।

    ‘इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर’ के दौरान एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा-“जीएसटी के गलत लागू करने की वजह से, राज्यों ने जुलाई 2017 से अब तक 78,929 करोड़ का कम राजस्व कमाया है। इसकी भरपाई केंद्र ने ‘कंपनसेशन लॉ ऑफ़ द न्यू इनडाइरेक्ट टैक्स रेजाइम’ के चलते की है। केंद्र सरकार गलत और नाकामयाब फैसले लेने में भरोसा करता है। छोटे व्यापारों के दिमाग में आर्थिक अस्थिरता है।”

    8 नवंबर को हुए नोटबंदी पे बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसके कारण किसानों और अर्थव्यवस्था के असंगठित छेत्रो को नुकसान झेलना पड़ा है क्योंकि इनका व्यापार पूरी तरह से पैसो पर निर्भर था।

    उनके अनुसार, “नोटबंदी और जीएसटी के कारण कितना जीडीपी भारत खो चुकी है? कीमत है 4.75 लाख करोड़ । 2015-16 से भारत का आर्थिक विकास काफी धीमा हुआ है और उसे वापस उतना तेज़ करने के लिए भारत को अभी 4 साल और लगेंगे।”

    मित्रा ने ये भी कहा कि जीएसटी के गलत लागू करने की वजह से उपभोक्ता राज्यों को भी राजस्व में नुकसान झेलना पड़ा है। जीएसटी में कोई इनवॉइस नहीं है इसलिए लोग गलत इनवॉइस बना रहे हैं और इनपुट टैक्स क्रेडिट ले रहे हैं।

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

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