भारत के ओलंपिक और विश्व चैंपियन शूटर अभिनव बिंद्रा को निशानेवाजी के लिए अंतरराष्ट्रीय शूटिंग महासंघ एथलीट कमिटी ने सबसे बड़े पुरस्कार के लिए चुना।
36 साल के अभिनव बिंद्रा जो कि अभी तक अकेले भारतीय हैं जिन्होने ओलंपिक मे निशानेवाजी में गोल्ड मेडल जीता हैं, उनको आईएसएसएफ ने ‘ब्लू क्रास’ अवार्ड से सम्मानित किया।
अभिनव बिंद्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट में ‘ब्लू क्रास’ पुरस्कार को पोस्ट करते हुए लिखा कि “आज म्यूनिख के जनरल असेंबली मे आईएसएसएफ के द्वारा मिले ब्लू क्रास अवार्ड से सम्मानित होने पर बहुत खुश हूं”।
Extremely humbled to receive the @ISSF_Shooting ‘s highest honour the Blue Cross at the General Assembly in Munich today. pic.twitter.com/pNNgQWxT5L
— Abhinav A. Bindra OLY (@Abhinav_Bindra) November 30, 2018
अभिनव बिंद्रा अभी तक आईएसएसएफ के निशानेवाजी एथलीट समिति के सदस्य थे, और उन्होनें आज अवार्ड मिलने के बाद अपना यह पद किम रोड को सौंप दिया हैं, जो कि आज म्यूनिख के पुरस्कार समिति का हिस्सा थे। अभिनव बिंद्रा 2008 में खेले गए बीजिंग ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में गोल्ड जीतने वाले खिलाड़ी बने थे, और वह 2010 से 2014 तक आईएसएसएफ एथलीट कमेटी के सदस्य भी रह चुके हैं, और 2014 से 2018 तक आईएसएसएफ के चैयरमैन भी रह हैं।
बिंद्रा के इस सफर के दौरान उनको साल 2016 में ‘प्रेसिडेंट्स बटन’ औऱ ‘डिप्लोमा ऑफ ऑनर’ से भी सम्मानित किया गया था।
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के प्रेसिडेंट रनिंदर सिंह को आईएसएसएफ ने म्यूनिख जरनल असेंबली मे डिप्लोमा ऑफ ऑनर गोल्ड मेडल से सम्मानित किया।
ओलेगारियो वाजक्वेज राना ने उनको अपने आईएसएसएफ के 38 साल के दिए कार्यकाल के लिए डिप्लोमा ऑफ ऑनर पुरस्कार से सम्मानित किया।
रनिंदर सिंह ने गलोब्ल शूटिंग फेटरनिटी की तरफ अपना प्रति आभार दिखाते हुए कहा कि “रनिंदर सिंह ने कहा कि शूटिंग खेल को बढ़ाब श्री. राणा जी के कुशल नेत्तृव में मिला हैं, और सिंह ने कहा कि मैं इस पुरस्कार को पूरी एनआरएआई टीम के तरफ से लेना चाहता हूं”।