भारत के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान पाकिस्तान को हिरासत से वापस लौट चुके हैं। भारत को पायलट शांतिपूर्ण तरीके से सौंपने को सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान लाहौर में मौजूद थे। पाक पीएम शुक्रवार को दिन में लाहौर पंहुचे थे। जब भारतीय वायुसेना के पायलट को इस्लामाबाद से वाघा बॉर्डर उच्च स्तर को सुरक्षा में लाया गया था।
सरकारी सूत्र के मुताबिक इमरान खान का लाहौर आने का मकसद हिरासत में कैद भारतीय पायलट को सुरक्षित भारत की सीमा सुरक्षा बल को सौंपना था। खबर के मुताबिक इस दौरान इमरान खान ने पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुज़दार और गवर्नर सरवर से मुलाकात की थी। जिन्होंर भारतीय पायलट को रिहा करने के पीएम के निर्णय की सराहना की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान का यह रवैया प्रदर्शित करता है कि मुल्क शांति प्रिय देश है और अपने पड़ोसी देशों के साथ शांति चाहता है, खासकर भारत के साथ। मुख्यमंत्री बुज़दार ने कहा कि इमरान खान का यह कदम भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करेगा।
उन्होंने कहा कि जब तक पायलट को उसके वतन को सौंप नही दिया गया, प्रधानमंत्री शहर में ही रहें। इसके बाद वह वापस इस्लामाबाद लौट गए। पाकिस्तानी विदेश विभाग ने बयान जारी कर कहा कि भारतीय पायलट को वापस सौंपने का निर्णय एक बेहतर किरदार था, जो भारत और पाक के बीच बढ़ते तनाव को कम करेगा।
पाकिस्तान की तरफ से निरंतर बातचीत के लिए कहा जा रहा है लेकिन भारत ने इसके लिए साफ़ इंकार कर दिया और अपने पायलट को सुरक्षित वापस लौटाने को कहा है।
भारत ने कहा कि “पाकिस्तान इस बात को सुनिश्चित करें कि उनकी हिरासत में पायलट को किसी तरह का नुकसान नहीं पंहुचाया जायेगा। भारत पायलट की जल्द और सुरक्षित वापसी की उम्मीद करता है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि “वीडियो में जख्मी वायुसेना के जवान को दिखाना अशोभनीय था और यह अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार और जेनेवा संधि का उल्लंघन है। अफ़सोस, पाकिस्तान अपनी सरजमीं से संचालित आतंकवाद पर कार्रवाई करने की बजाये पाकिस्तान भारत के खिलाफ आक्रमक रवैया अपनाये हुए हैं।”