पिछले कुछ समय से खबर आ रही थी कि चीन के द्वारा अफगानिस्तान में सैन्य अड्डे बनाए जाने की योजना है। लेकिन चीन के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को इस बात से इनकार कर दिया। चीन ने अफगानिस्तान में सैन्य अड्डा बनाने की रिपोर्टों को आधारहीन बताया है।
दरअसल रूस की एक समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि चीन उत्तरी अफगानिस्तान में सैन्य अड्डा स्थापित करने की योजना पर काम कर रहा है। बाद में अमेरिकी पत्रिका व चीन समाचार एजेंसी ने भी इस रिपोर्ट को प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद अब चीनी रक्षा मंत्रालय को सामने आकर सफाई देनी पड़ी है।
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने कहा कि चीन द्वारा अफगानिस्तान में किसी तरह का सैन्य अड्डा नहीं बनाया जा रहा है। कियान के मुताबिक दोनों देशों के बीच में सुरक्षा सहयोग स्थापित है। अन्य देशों की तरह चीन अफगानिस्तान को आतंकवाद की लड़ाई में समर्थन कर रहा है।
लेकिन मुद्दा यह है कि चीन अफगानिस्तान में एक सैन्य अड्डे का निर्माण कर रहा है। ये सब बातें पूरी तरह से आधारहीन है। इसमें कोई भी सच्चाई नहीं है। चीन ने अफगान में सैन्य अड्डों के निर्माण की खबरों को महज अफवाह करार दिया है।
अफगानिस्तान में जारी अस्थिरता से चिंतित है चीन
गौरतलब है कि इससे पहले भी चीनी रक्षा मंत्रालय ने उन खबरों को खारिज किया था जिसमें बताया गया था कि अफगानिस्तान के अंदर चीनी सैन्य वाहन गश्त कर रहे है। चीन को लंबे समय से चिंता है कि अफगानिस्तान में जारी अस्थिरता चीन के झिंजियांग क्षेत्र में स्थित मुस्लिम उइघुर लोगों तक पहुंच सकती है।
दरअसल चीन द्वारा इन मुस्लिम लोगों पर कई सालों से अत्याचार किया जा रहा है जिसमें सैकडों मुस्लिमों की मौत हो चुकी है। ऐसे में अफगानिस्तान के उग्रवादी इसका बदला चीन से ले सकते है। अफगानिस्तान में तालिबान को खत्म करने के लिए अमेरिका व पाकिस्तान के साथ चीन काम करने को तत्पर हो रहा है।