समाजसेवी अन्ना हज़ारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर किसानो की हालत और भ्रष्टाचार पर अपनी नाराज़गी व्यक्त की थी। हालाँकि इन पत्रों का प्रधानमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया था, इस बात से नाराज़ हुए अन्ना ने मोदी को 4 पेज का एक पत्र लिखकर कर उन सभी बातों के बारें में याद दिलाया और आगे जाकर दिल्ली में आंदोलन की धमकी दी।
अन्ना ने पत्र में लिखा भ्रष्टाचार आंदोलन के 6 साल बाद भी कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया। लोकपाल और लोकायुक्त को लेकर आये बिलों को लेकर सरकार सुस्त है, आगे उन्होंने किसानो के हालत पर स्वामीनाथन रिपोर्ट को अमल में नहीं लाने पर भी गुस्सा जाहिर किया है।
भ्रष्टाचार आंदोलन के 6 साल बाद भी भ्रष्टाचार को रोकने का कानून नहीं लाने पर अन्ना हज़ारे ने फिर से आंदोलन करने की बात की है।
अन्ना ने अपने पत्र में आगे कहा की 2011 के वक़्त लोकपाल और लोकायुक्त के बिल को लेकर तब विपक्ष में रही बीजेपी ने इस बिल का समर्थन किया था। तो अब 2014 में बीजेपी लोकसभा चुनाव जितने के बाद भ्रष्टाचार के कानून पर कोई काम क्यों नहीं किया है।
अन्ना हज़ारे ने देशभर में हो रही किसानो की आत्महत्या का भी ज़िक्र किया, साथ ही उन्होंने स्वामीनाथन रिपोर्ट को कार्यान्वित करने की बात कही।
अंत में अन्ना हज़ारे ने कहा कि आपने तीन साल तक मेरे पत्रों का जवाब नहीं दिया और अब में दिल्ली आकर आंदोलन करूँगा, और अगले पत्र में आंदोलन की तारीख बताऊंगा।