अजय मोंगा जिन्होंने ‘कॉर्पोरेट’ और ‘फैशन’ जैसी फिल्में लिखी हैं, वह जल्द पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) पर आधारित फिल्म “कील मुहासे” का निर्देशन करने वाले हैं। फिल्म की कहानी, हरलीन सेठी की वास्तविक जीवन के संघर्षों से प्रेरित है जिसकी शूटिंग मई में शुरू होगी।
अजय ने सूचित किया-“हरलीन के मुझे प्रबुद्ध करने के बाद, मैंने इसे गहराई से देखा। एक साल पहले, मेरी बेटी सिमरन भी इसका शिकार हुई थी। इसके कारण कई महिलाओं पर बुरा असर पड़ता है। कुछ डिप्रेशन में चली जाती हैं तो कुछ के मन में आत्महत्या का विचार भी आ जाता है।”
हरलीन के बारे में बात करते हुए, अजय ने कहा कि अपने शुरूआती दिनों में, ऑडिशन के पहले अचानक पिम्पले निकल आने से हरलीन बेहद चिंतित हो जाती थी लेकिन अब वह बड़ी ख़ूबसूरती से इससे बाहर आ गयी हैं।
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हरलीन ने बताया कि ये जीवन भर की समस्या है और उन्हें ये बीमारी 15 साल की उम्र में हुई थी। उनके मुताबिक, “शुरू के छह या सात साल, मैं इसे सतही तौर पर लड़ रही थी। मैं कई डॉक्टर के पास गयी लेकिन कोई दिक्कत नहीं पता कर पा रहा था। होर्मोनल इशू की जांच के लिए मेरी माँ ने ब्लड टेस्ट का सुझाव दिया। जब हमे इसके बारे में पता चला।”
PCOS वास्तव में एक मेटाबोलिक, हार्मोनल और साइकोसोशल बीमारी है, जिसका प्रबंधन किया जा सकता है, लेकिन ध्यान नहीं दिये जाने से रोगी के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। एक अध्यनन के मुताबिक, भारत में पांच में से एक वयस्क महिला और पांच में से दो किशोरी PCOS से पीड़ित है। मुंहासे और हिरसुटिज्म PCOS के सबसे बुरे लक्षण हैं।
अपनी लड़ाई को याद करते हुए, हरलीन ने कहा-“मैंने महसूस किया कि ये जीवन शैली से संबंधित बीमारी है और इसलिए अपने आहार और व्यायाम पर ध्यान केन्द्रित किया। मैं अजय की मदद करुँगी जब भी उन्हें मेरे मार्गदर्शन की जरुरत पड़ेगी।”
जब अजय से पूछा गया कि क्या वह फिल्म के लिए हरलीन को कास्ट करेंगे तो उन्होंने बताया कि वह हरलीन के साथ किसी अन्य प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। और इस फिल्म के लिए उन्हें छोटी लड़की चाहिए जिसके ऑडिशन चल रहे हैं।