अजमोद और धनिया दोनों हरे रंग की पत्तियां होती हैं, जिनका इस्तेमाल विभिन्न कार्यों के लिए किया जाता है। अपने खाने को सजाने के लिए हम धनिये और अजमोद, दोनों की ही पत्तियों का इस्तेमाल करते हैं।
इनके स्वाद और बनावट के कारण इनमें अंतर बताना बहुत ही मुश्किल कार्य होता है। इस लेख में हम अजमोद और धनिया के बीच अंतर बताएँगे।
अजमोद क्या है?
अजमोद एक पत्तियोंदार पौधा होता है जिसकी पत्तियां गहरे हरे रंग की होती हैं। इसको मसाले की तरह कई व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है। इसको खाने में डालने का मुख्य उद्देश्य खाने का स्वाद बढ़ाना होता है।
धनिया क्या है?
धनिया एक पत्तीदार पदार्थ होता है जो दुनियाभर में पकवान की शोभा बढाने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। इसकी ताजगी और खुशबू के कारण यह खाने को एक अलग सा स्वाद प्रदान करता है। इसके सूखे हुए बीज में खाने में डालने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं।
अजमोद और धनिया में अंतर
1. इनके स्वास्थ्य सम्बन्धी फायदे और नुकसान
कई शोधों से यह पता चला है कि अजमोद से किसी भी प्रकार की एलर्जी नहीं होती है लेकिन शोध में यह भी पाया गया है कि ये गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदायक होता है।
वहीं, धनिये से कई लोगों को विभिन्न प्रकार की एलर्जी हो जाती है जिसके कारण उन्हें स्वस्थ्सम्बन्धी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
2. अजमोद और धनिये की गुणवत्ता
दोनों में ही इतनी समानताएं होने के बाद भी इनके पोषक तत्वों की मात्रा में कई असमानताएं होती हैं। अजमोद में विटामिन के, सी और ए पाया जाता है। इसके अतिरिक्त इसमें फ़्लवोनोइद्स, एपीजेनिन और लुतेओलिन भी भारी मात्रा में मौजूद होता है।
वहीं, धनिये में भी वही विटामिन्स पाए जाते हैं जो अजमोद में होते हैं लेकिन इनकी मात्रा काफी कम होती है। हालाँकि, धनिये में मिनरल्स और डाइटरी फाइबर की उच्च मात्रा मौजूद होती है।
3. स्वाद और बनावट
स्वाद और बनावट दो ऐसे गुण हैं जिनसे अजमोद और धनिये के बीच का अंतर बताया जा सकता है। धनिये की महक अजमोद से तेज़ होती है और इसमें स्वाद भी अधिक होता है। दूसरी ओर, अजमोद का स्वाद हल्का और पत्ती जैसा होता है।
रंग और आकृति के संदर्भ में, धनिये की पत्तियों में तेज तीरों जैसा और गोल आकार के साथ गहरा हरा रंग होता है। दूसरी तरफ, अजमोद के पत्ते चमकीले हरे रंग में होते हैं और घुंघराले आकृतियों का प्रदर्शन करते हैं।
4. धनिये और अजमोद के प्रयोग
अजमोद की पत्तियां और जड़, दोनों ही खाने में डालने के लिए इस्तेमाल होते हैं। इसकी हरी पत्तियां काटकर खाने पर डाल दी जाती हैं जब खाना गर्म होता है। इसकी जड़ सूप बनाने के काम आती है और सब्जी की तरह भी ली जा सकती है।
दूसरी ओर, धनिये को कई प्रकार के व्यंजनों में और चाय आदि में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इसके बीज को भूनकर पीस लिया जाता है जिसके बाद ये खाने में डालने के काम आते हैं।
5. खाने वाला भाग
अजमोद के बीज आकर में ओवल होते हैं और इसमें से निकलने वाला तेल चिकित्सीय गुणों के कारण इस्तेमाल किया जाता है। दूसरी ओर, धनिये के बीज गोल आकार की होते हैं और मसाले की तरह इस्तेमाल होते हैं।
इसके अलावा, अजमोद की पत्तियां और जडें ही खाने में इस्तेमाल होती हैं और बीज तेल निकालने के काम आता है लेकिन धनिये का हर भाग(पत्तिय, जडें और बीज) खाने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं।
6. अजमोद और धनिया की उत्पत्ति और वृक्ष जीवविज्ञान
अजमोद भूमध्यसागरीय क्षेत्र और मध्य पूर्व क्षेत्र के देशों से उत्पन्न होने के लिए जाना जाता है। पेड़ जीव विज्ञान के संबंध में, अजमोद विभिन्न क्षेत्रों में अलग तरह से व्यवहार करता है। उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में यह सालाना बढ़ता है, जबकि यह समशीतोष्ण क्षेत्रों में द्विवार्षिक बढ़ता है।
दूसरी ओर, माना जाता है कि धनिया पश्चिमी एशिया और दक्षिणी यूरोपीय क्षेत्रों से उत्पन्न हुआ है। यह ध्यान देने योग्य है कि धनिया एक वार्षिक संयंत्र है, जिसका अर्थ है कि यह प्रति वर्ष एक बार बढ़ता है।