सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि भाजपा अंग्रेजों की फूट डालों और राज करों की नीति अपना कर सत्ता हथियाना चाहती हैं, लेकिन सपा और बसपा का गठबंधन भगवा पार्टी को उसके मकसद में कामियाब नही होने देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने “चायवाला ” को वोट किया था और चाय का स्वाद भी लिया।
उन्होंने चुनावी सभा में मौजूद लोगों से पूछा, जैसा की आप अब चाय का स्वाद जानते हो, तो क्या आप उनको दोबारा वोट देना चाहोगे?
उन्होंने कहा, भाजपा अंग्रेजों की फूट डालों और राज करो की नीति खेल रही हैं। वे सत्ता हासिल करने के लिए जाति और धर्म के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन, सपा-बसपा गठबंधन भाजपा को उसके इरादों में कामियाब नही होने देगी।
उन्होंने कहा, हम संयुक्त रूप से लड़ेगें और इन ताकतों के खिलाफ जीतेंगे।
आखिलेश ने पूछा अगर तीन दलों(सपा-बसपा-आरएलडी) का गठबंधन महा- मिलावट हैं, तो आप 38 दलों के गठबंधन को क्या कहेंगे।
प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए, उन्होंने कहा, ” देश को प्रधान मंत्री की जरूरत हैं और न कि प्रचार मंत्री की।
हालांकि, अखिलेश ने कहा कि वह एनडीए के लिए कोई नामकरण नही करेंगे “जैसा की लोग खुद समझेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री, योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कहा, बाबा कहते हैं कि यहां कोई संविधान नही होता, मैं भैंस को घास चरा रहा होता। वह क्या कर रहे हैं, अगर कोई संविधान हैं नही तो? मैं कुछ नही कहूंगा जैसा की आप सब जानते हैं।
अखिलेश ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह राजनीतिक लाभ के लिए सेना का दुरूपयोग कर रहे हैं, उन्होंने कहा ” वे कहते हैं कि एक मजबूत प्रधानमंत्री के कारण सीमा सुरक्षित हैं। कोई भी सीमा सेना के जवानों के बिना सुरक्षित नही हो सकती, जो देश के लिए जान दे रहे हैं। सेना का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए क्या जा रहा हैं।
उन्होंने कहा, भाजपा सत्ता पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं, उन्होंने आगे कहा कि यह गठबंधन यह होने नही देगी।
उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल दौरान किए गए काम पर भी प्रकाश डाला।