सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तर प्रदेश में गठबंधन को महामिलावट कहे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा भाजपा की 38 पार्टियों को क्या नाम दे।
अखिलेश यादव ने कहा अगर तीन दलों के गठबंधन को महामिलावट कहेंगे तो हम उनसे पुछना चाहेंगे कि उनकी पूरे देश से 38 दलों की पार्टियों को क्या कहा जाएगा ? क्या आप कोई नाम सुझा सकते हैं।
अखिलेश यादव नेतृत्व सपा, मायावती नेतृत्व बसपा और अजित सिंह नेतृत्व वाली आरएलडी ने वर्तमान में चल रहे लोकसभा चुनाव से भाजपा को केंद्र की सत्ता से बाहर निकालने के लिए उत्तर प्रदेश में एक गठबंधन किया हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस गठबंंधन को महामिलावट कहा था।
अखिलेश ने कहा महागठबंधन कड़ी मेहनत कर रहा हैं और चुनाव आयोग के द्वारा मायावती को 48 घंटों के लिए प्रतिबंधित करने के बावजूद भाजपा को कही पिछे छोड़ देगा।
उन्होंने ने कहा, उन पर वोटों की वर्षा होगी। लोगों की आवाज को दबाया नही जा सकता। उन्होंने बहनजी की आवाज को दबाने की कोशिश की गई हैं, लेकिन वोटिंग मशीन कही ज्यदा तेज और साफ बोलेगी।
उन्होंने कहा आगरा की भूमि सभी में सभी का विश्वास हैं, यहां हिंदू और मुस्लिम एक साथ हैं।
पूरी दुनिया जानती हैं कि आगरा प्रेम का शहर हैं। लेकिन यहां एक पार्टी हैं जो घृणा फैला रही हैं।
नोटबंदी, कालाधन, भ्रष्टाचार खत्म होने की बात झूठी साबित हुई, जीएसटी से छोटे व्यपारी का हार बेहाल हैं। भारत बेरोजगारी, बीमारी और गरीबी के मामले में दुनिया में आगे हो गया।
सरकार आकड़ों से खेल रही हैं। अखिलेश ने कहा अगर वह नोटबंदी कर सकते हैं तो हमे उनके लिए वोटबंदी कर देना चाहिए। भाजपा को वोट न देने की अपील करते हुए अखिलेश ने सपा-बसपा-आरएलडी के गठबंधन को वोट करने को कहा।
अखिलेश चुनाव आयोग द्वारा मायावती पर चुनाव प्रचार के लिए रोक लगाने पर भी बोले। उन्होंने कहा मायावती ने कुछ भी गलत नही बोला। बल्कि उन्होंने ने हम सब से एक जुट होने को कहा। वे बस हमारे गठबंधन में खामियां देख रहे हैं।
अखिलेश यादवा के बोलने के बाद आरएलडी अध्यक्ष अजित सिंह ने कहा, बहन मायावती को एक षडयंत्र के तहत रोका गया। वह उनके अनुयायियों के दिलों में बसती हैं।