आने वाला गुजरात विधान सभा चुनाव बीजेपी के लिए कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खुद प्रधानमंत्री मोदी चुनाव के प्रचार प्रसार में शामिल हो गए है।
गुजरात के पाटीदारो को रिझाने का बीजेपी कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती, क्योंकि पार्टी यह अच्छी तरह जानती है कि पाटीदार समाज इस विधान सभा चुनाव में अपनी एक विशेष भूमिका रखते है।
इस नजर से पाटीदारो का समर्थन बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण है, ऐसे में मोदी स्वयं पाटीदारो को मनाने के लिए गुजरात आ रहे है। प्रधानमंत्री गांधीनगर के स्वामीनारायण संप्रदाय के अक्षरधाम मंदिर के रजत जयंती समारोह में आएंगे।
उल्लेखनीय हे कि इस मंदिर से काफी बड़ी तादाद में पाटीदार समाज के लोग जुड़े हुए है। ऐसे में बीजेपी धार्मिक यात्रा के बहाने राजनैतिक हितो को साधेगी। ये कार्यक्रम सुबह शाम 6 बजे होगा, ऐसा माना जा रहा है कि मोदी सीधे अहमदाबाद स्टेशन से अक्षरधाम मंदिर के लिए रवाना हो जाएंगे।
अक्षरधाम मंदिर के संत ब्रह्मबिहारी स्वामी के मुताबिक़ मोदी यहां नये बने मयूर द्वार का उद्धघाटन करेंगे। इसके साथ ही वो मंदिर पर बनाये डिजिटल प्रदर्शनी को देखेंगे।
आखिर क्यों महत्वपूर्ण है बीजेपी के लिए ये मंदिर?
स्वामिनारयण सम्प्रदाय के करोड़ो फॉलोवर्स है, जिनमे से बड़ी तादाद पाटीदारो की है। पिछले कुछ समय से ये पाटीदार समाज बीजेपी से नाराज है। वजह है पाटीदारो को आरक्षण न मिलना, जानकारों के मुताबिक आज भी पाटीदार की पुरानी पीढ़ी के लोग बीजेपी समर्थक ही है।
ऐसे में बीजेपी इस समुदाय का समर्थन प्राप्त करने कि कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि विजय रुपानी के नेतृत्व वाली गुजरात की बीजेपी सरकार ने पटेल समुदाय के आरक्षण के लिए आयोग को मंजूरी दे दी है। साथ ही आंदोलन के वक्त इस समुदाय के जिन लोगो पर केस दर्ज हुआ था सरकार ने उसे भी वापस लेने का विचार कर रही है।
इससे पहले 15 अगस्त को मोदी स्वामीनारायण संप्रदाय के प्रमुख स्वामी के निधन पर शोक व्यक्त करने अक्षरधाम गए थे, उस वक्त मोदी ने स्वामी को अपने पिता जैसा बताया था. मोदी ने बताया था कि प्रमुख स्वामी उनसे बहुत प्रेम करते थे।