भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण यानि ट्राई ने आज एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके अनुसार अक्टूबर महीने में टेलिकॉम कंपनियों ने अपने 1.75 करोड़ सब्सक्राइबर्स गवाएं हैं। बावजूद इसके देश में दूरसंचार सब्सक्राइबर्स की संख्या 120.1 करोड़ पहुंच चुकी है। जबकि इसी महीने में प्रमुख टेलिकॉम कंपनियों रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया सेल्युलर और बीएसएनएल ने संयुक्त रूप से 1.26 करोड़ नए उपभोक्ता बनाए हैं।
दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के अनुसार भारत में टेलिफोन उपभोक्ताओं की संख्या सितंबर 2017 में 1,201.72 थी जबकि अक्टूबर के अंत में यह संख्या 1,206.71 मिलियन हो गई है। देश के शहरी क्षेत्रों में कनेक्शन की संख्या सितंबर में 70.48 करोड़ थी जो अक्टूबर में घटकर 69.75 करोड़ हो गई, जबकि इसी अवधि में ग्रामीण क्षेत्रों में यह संख्या 50.18 करोड़ से बढ़कर 50.41 करोड़ हो गई। अक्टूबर महीने में मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या 48.5 लाख घटी जिससे अब कुल संख्या मात्र 117.82 करोड़ रह गई है।
रिलायंस जियो ने 73.44 लाख नए मोबाइल उपभोक्ता बनाए। वहीं भारती एयरटेल ने 31.4 लाख, वोडाफोन 8.7 9 लाख, आइडिया 7.13 लाख और बीएसएनएल 6.02 लाख मोबाइल कस्टमर्स जोड़े हैं। मोबाइल सेगमेंट में सबसे ज्यादा नुकसान रिलायंस कम्युनिकेशंस को हुआ है। रिलायंस कम्युनिकेशंस कुल 1.09 करोड़ ग्राहक खो चुकी है।
अक्टूबर महीने में टाटा टेलिसर्विसे ने कुल 47.11 लाख ग्राहक खो दिए हैं, जबकि टेलिनॉर ने 11.44 लाख तथा सिस्तेमा श्याम ने 2.31 लाख और सरकारी एमटीएनएल 11,520 ग्राहक खो चुकी है। एमटीएनएल के नि:शुल्क कॉल्स ऑफ़र के बावजूद, देश में लैंडलाइन ग्राहकों की संख्या में गिरावट जारी है।
गौरतलब है कि सितंबर के अंत में लैंडलाइन उपभोक्ताओं की संख्या 2.36 करोड़ थी जो अक्टूबर के अंत में घटकर 2.35 करोड़ हो गई।
बीएसएनएल लैंडलाइन उपभोक्ताओं की संख्या में गिरावट जारी है, आपको बता दें कि अक्टूबर महीने में बीएसएनएल लैंडलाइन के 1.23 उपभोक्ता कम हुए।
जबकि ठीक इसके विपरीत देश में ब्रॉडबैंड सब्सक्राईबर्स की संख्या में इजाफा देखने को मिला है। सितंबर महीने में ब्रॉडबैंड सब्सक्राईबर्स की संख्या 32.48 करोड़ थी, अक्टूबर के अंत में यह संख्या बढ़कर 34 करोड़ हो गई। आप को बता दें कि अक्टूबर 2017 के अंत में शीर्ष 5 सेवा प्रदाताओं ने कुल ब्रॉडबैंड उपभोक्ताओं के 92.17 फीसदी मार्केट पर अपना कब्जा जमाया। ये पांच ब्रॉडबैंड सेवा प्रदाता क्रमश: रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (14.59 करोड़), भारती एयरटेल (6.69 करोड़), वोडाफोन (4.84 करोड़), आइडिया सेल्युलर (3.1 करोड़) और बीएसएनएल (2.12 करोड़ है।