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    अंडर-17 फुटबॉल

    भारत में पहली बार आयोजित हुए अंडर-17 वर्ल्डकप में भाग लेने वाली भारतीय टीम के खिलाडियों को प्रधानमंत्री कार्यालय में आमंत्रित किया गया और नरेंद्र मोदी ने उनसे मुलाकात की। खिलाडियों से मिलकर मोदी जी ने उनका उत्साह बढ़ाया और उन्हें भविष्य में होने वाले टूर्नामेंट के लिए सुभकामनाएँ भी दी। खिलाडियों से अपना अनुभव साँझा करे हुए उन्होंने ज़िंदगी और खेल में हार का महत्व समझाया और भारत में आयोजित हुए फीफा वर्ल्ड कप को इस खेल की दिशा में मील का पत्थर बताया। आपको बता दें भारतीय टीम फीफा वर्ल्डकप में अपने शुरुवाती तीनो मैच हारकर पहले राउंड में ही प्रतियोगिता से बाहर हो गयी है।

    दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खेल को अपनी ज़िंदगी में बहुत महत्व देते है, चाहे क्रिकेट मैच से पहले खिलाडियों को शुभकामना से भरा सन्देश देना हो या हार के बाद खिलाडियों की सराहना करनी हो, कुछ इसी प्रकार खेल के प्रति अपना प्यार दिखाते हुए प्रधानमंत्री ने फुटबॉल खिलाडियों को अपने कार्यालय आमंत्रित किया और उनसे बातचीत की। प्रधानमंत्री ने कहा “मैने खुद इस मुलाकात का अनुरोध किया था क्योंकि मैने आप लोगों में प्रतिभा की चमक देखी है, आपके प्रदर्शन के आधार पर लोग आपको जानने लगे हैं और आप पर अब एक बड़ी जिम्मेदारी है अपने देश को खेल के इस छेत्र में सम्मान दिलाने की ज़िम्मेदारी”।

    मोदी ने आगे कहा कि “अंडर-17 वर्ल्ड कप को भविष्य की तैयारी के लिए शुरूआत माना जाए, मैं उम्मीद करता हूं कि आप टीम के रूप में एकसाथ मिलकर अगले पांच सात साल में काफी उपलब्धियां हासिल करेंगे”।

    प्रधानमंत्री का इस प्रकार से खिलाडियों को बुला कर उनसे मिलना खिलाडियों को अवश्य ही प्रेरित करेगा, जिससे वह आने वाले टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करेंगे।