जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने पूछा कि अयोध्या में राम मंदिर क्यों बनना चाहिए? भगवान राम तो पूरी दुनिया के हैं और हर जगह मौजूद हैं। इनके बयां पर जब जेडीयू के नेता पवन वर्मा ने जब पलटवार करते करते हुए पूछा कि क्यू नहीं बन सकता मंदिर तो अब्दुल्लाह ने कहा कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं हैं।
कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी की किताब- “फेबल्स आफ फ्रेक्चर्ड टाईम्स” के विमोचन के वक्त, अब्दुल्लाह ने ये बयां दिया था। जेडीयू के नेता ने उनसे कहा कि अगर हिंदू अयोध्या में राम मंदिर बनवाना चाहते हैे जो भगवान राम की जन्मभूमि है तो मंदिर क्यों नहीं बनना चाहिए।
उनके मुताबिक, “अगर हिंदू अयोध्या में राम मंदिर बनवाना चाहते हैे तो मंदिर बन जाना चाहिए। सवाल ये नहीं है कि क्या मंदिर बनना चाहिए। सवाल ये है कि मंदिर कैसे बनना चाहिए- ताकत के बल पर, हिंसा से या कोर्ट के फैसले से?”
अब्दुल्लाह ने फिर उनसे पूछा कि क्या कोई सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने फैसला दिया था कि अगले साल जनवरी में ‘राम मंदिर-बाबरी मस्जिद केस‘ की सुनवाई होगी। एनसी के नेता ने इलज़ाम लगाया और पूछा कि क्या हम जनतंत्र में रह रहे हैं।
अब्दुल्लाह ने पूछा कि “बिहार के सीतामरही में माता सीता के लिए मंदिर क्यों नहीं बनाते ? हर मुस्लिम ने कहा है कि वो कोर्ट के फैसले पालन करेंगे।” जिसके जवाब में वर्मा ने कहा-“अब हम समझौते में हैं।”