अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के मध्य दूसरा शिखर सम्मलेन का आयोजन हनोई में होगा। शान्ति वार्ता के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। डोनाल्ड ट्रम्प ने मुलाकात के स्थान की घोषणा ट्वीटर पर की थी। उन्होंने कहा कि वियतनाम की राजधानी हनोई में दूसरे शिखर सम्मलेन का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के राजदूतों के मध्य बातचीत काफी फलदायी रही है।
My representatives have just left North Korea after a very productive meeting and an agreed upon time and date for the second Summit with Kim Jong Un. It will take place in Hanoi, Vietnam, on February 27 & 28. I look forward to seeing Chairman Kim & advancing the cause of peace!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) February 9, 2019
बीते वर्ष दोनों नेताओं के मध्य पहली ऐतिहासिक मुलाकात सिंगापुर की राजधानी सिंगापुर सिटी में जून में हुई थी। डोनाल्ड ट्रम्प ने ने कहा कि “मेरे प्रतिनिधि उत्तर कोरिया के लिए रवाना हो चुके हैं ताकि दूसरी मुलाकात के लिए किम जोंग उन और उनके अधिकारीयों की स्थान और तिथि पर रज़ामंदी ले सके। मैं उत्तर कोरिया के नेता के साथ आगे बातचीत की राह देख रहा हूँ, ताकि शांति को स्थापना की जा सके।”
North Korea, under the leadership of Kim Jong Un, will become a great Economic Powerhouse. He may surprise some but he won’t surprise me, because I have gotten to know him & fully understand how capable he is. North Korea will become a different kind of Rocket – an Economic one!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) February 9, 2019
अमेरिकी राज्य विभाग ने कहा कि उत्तर कोरिया में अमेरिका के विशेष राजदूत स्टीफेन बेगुन और उनके उत्तर कोरिया के समकक्ष किम होक चोल वार्ता से पूर्व नए तरीके से बातचीत के लिए रज़ामंद हो गए हैं। इससे पूर्व इन दोनों के मध्य छह से आठ फरवरी तक इनके बीच कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत हुई थी। इस दौरान सिंगापुर में हुई प्रायिबद्धताओं और उत्तर कोरिया व अमेरिका के मध्य रिश्तों को बढ़ाने पर बातचीत हुई थी।
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के मध्य ऐतिहासिक मुलाकात बीते वर्ष जून में सिंगापुर में हुई थी, जहां उत्तर ककोरा के शासक ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्धता दिखाई थी। हाल ही में आलोचकों ने कहा कि किम जोंग उन परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं। कारणवश, डोनाल्ड ट्रम्प को दबाव में आकर दूसरे शिखर सम्मेलन के लिए राज़ी होना पड़ा था।