कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी की राजनीतिक काबिलियत पर हमेशा से लोगों ने सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने हाल ही में, तीन मुख्य राज्यों में विधानसभा चुनाव जीते थे मगर फिर भी वे लोगों के निशाने पर आने से बच नहीं पाते। ऐसे ही, गुरुवार को लोक सभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने राजनीती में प्रियंका गाँधी वाड्रा के कदम को राहुल गाँधी के राजनीती ना संभाल पाने का कारण बता दिया।
कई सालों की अटकलों के बाद, प्रियंका गाँधी ने आखिरकार बुधवार को राजनीती में प्रवेश कर ही लिया। उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश का महासचिव नियुक्त किया गया है। मगर महाजन ने इलज़ाम लगाया है कि राहुल गाँधी चुनाव जीतने के लिए अपनी बहन की मदद ले रहे हैं।
इंदौर में उन्होंने संवाददाताओं को बताया-“प्रियंका एक अच्छी महिला हैं। मगर उनकी नियुक्ति ये भी दिखाती है कि राहुल समझ गए हैं कि वे अकेले राजनीती नहीं कर सकते इसलिए उन्होंने अपनी बहन प्रियंका को मदद करने के लिए कहा है।”
उन्होंने आगे कहा-“मैं कांग्रेस के पारिवारिक राजनीती में नहीं पड़ना चाहती हूँ, ये उनका खुद का मामला है। मगर मैं ये जरूर कहूँगी कि एक इन्सान जिसमे नेतृत्व करने की क्षमता है, उसे आगे आने का अवसर देना चाहिए।”
उन्होंने कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी पश्चिमी यूपी का महासचिव नियुक्त होने के लिए बधाई दी।
उन्होंने कहा-“सिंधिया को एक महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी मिली है। मैं उन्हें शुभकामनाएं देती हूँ क्योंकि ये मध्य प्रदेश के लिए गर्व करने की बात है।”
श्री सिंधिया मध्य प्रदेश से हैं और राज्य में गुना निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद हैं।