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    सीरिया

    सीरिया के उत्तरी पूर्वी प्रान्त हसकाह, जाएज मौसा के गवर्नर ने कुर्दिश सेना के साथ वार्ता की संभावनाओं को ख़ारिज कर दिया है। सीरिया के उत्तरी इलाके में तुर्की की आक्रमकता का दौर जारी है। सीरिया के वतन अखबार ने मौसा के हवाले से कहा कि “कुर्द की सेना के साथ वार्ता मुमकिन नहीं है क्योंकि उत्तरी पूर्वी सीरिया में तुर्की की आक्रमकता के पीछे कारण सही नहीं है।”

    कुर्द के नेतृत्व में सीरियन डेमोक्रेटिक फाॅर्स ने उत्तरी पूर्वी सीरिया में अमेरिकी सेना की उपस्थिति का समर्थन किया है। तुर्की ने बुधवार को सीरिया पर हमले की शुरुआत की थी और इस्लामिक स्टेट के खिलाफ इस अभियान को ओपेरातीं पीस स्प्रिंग कहा गया था।

    सीरिया की सरकार ने कुर्द की सेना द्वारा डमस्कस के सतह वार्ता से इनकार के लिए भी विद्रोहियों की आलोचना की है और उत्तरी पूर्व  और उत्तरी सीरिया में एल अलग योजना होने का दावा किया है। मूसा के मुताबिक, तुर्की की सेना और उनके सहयोगी सीरियन विद्रोही ने हसकाह प्रान्त में महत्वपूर्ण शहर रास अल अयं पर कब्ज़ा कर लिया है।

    उन्होंने कहा कि “तुर्की की आक्रमकता में करीब 21400 परिवारों को हसकाह प्रान्त से विस्थापित किया गया था। आत्मरक्षा के लिए एसडीएफ के लडाके में इन आवसीय इलाको में मोर्टार लांचर की तैनाती कर रखी है।” सीरियन कुर्दिश वाईपीजी चरमपंथियों को अंकारा चरमपंथी समूह मानता है। अमेरिका ने अंकारा की कार्रवाई को रोकने के लिए प्रयासों में वृद्धि कर दी है।

    सीरिया के विदेश मंत्रालय ने शुरुआत में दो बयान जारी किये थे जिसके अंकारा पर सीरिया में आवासीय इलाकों को निशाना बनाने और नागरिको की हत्या करने का आरोप लगाया गया था। साथ ही तुर्की के अभियान के लिए कुर्द की सेना को जिम्मेदार ठहराया था।

     

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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