इन दिनों हर दल अपनी सरकारों द्वारा किये गए कामों को संवारने में लगा है और कोई नई योजनाओं को पारित करने के प्रयास में लगा हैं। ठीक चुनाव से पहले यह स्थिति होती हैं हर राजनैतिक दल की।
पांच साल में नाम मात्र काम करने के बाद इस समय बड़ी बड़ी सरकारें होश में आती है और एक एक कर बड़े फैसले जनता के सामने रखती है। और इन्ही आनन फानन में हुए कामों के द्वारा सरकार अपना चुनावी मंच सजाती है।
कुछ इसी हाल में आज कल नरेंद्र मोदी सरकार भी लगी हुई है। 2019 के लोक सभा चुनावो को लेकर भारतीय जनता पार्टी आयुष्मान भारत योजना को धरातल पर लाने के लिए सक्रिय हो गई है।
आयुष्मान भारत स्कीम की कवायद नरेंद्र मोदी बहुत पहले से कर रहे थे परन्तु अब चुनाव के मौसम में इसे पारित करने की तैयारियां ज़ोरो पर हैं जिससे आने वाले चुनाव में इसका लाभ मिल सके।
इस प्रोजेक्ट को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में मंगलवार को एक बैठक हुई, जिसमें वंचित एवं गरीब वर्ग के परिवारों को इस योजना से जोड़ने का खाका तैयार किया गया।
इस योजना के तहत एसईसीसी डॉटा बेस में सम्मिलित परिवारों को पांच लाख रुपये की सीमा तक प्रतिवर्ष प्रति परिवार के आधार पर सूचीबद्ध निजी एवं राजकीय चिकित्सालयों में नि:शुल्क चिकित्सा उपचार उपलब्ध कराया जाए एवं सहायता के लिए ‘आयुष्मान मित्र’ की तैनाती भी करी जाएगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय ने कहा कि, ‘प्रदेश के लगभग 1.18 करोड़ परिवारों अर्थात लगभग 6 करोड़ व्यक्तियों को सूचीबद्ध राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों में भर्ती कराकर 5 लाख रुपये तक की सेकेंडरी, टर्शियरी एवं गंभीर बीमारियों का नि:शुल्क चिकित्सा उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।’
छत्तीसगढ़ में 15 अगस्त से आयुष्मान भारत योजना (मोदी केयर) शुरू हो जाएगी। केंद्र सरकार की इस योजना को लांच करने वाला छत्तीसगढ़ देश पहला राज्य होगा।