Mon. Dec 23rd, 2024
    शिवसेना: 2019 के चुनावों के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा बनेंगी कांग्रेस का ट्रंप कार्ड

    शिवसेना ने शुक्रवार को कांग्रेस की तारीफ करते हुए कहा कि प्रियंका गाँधी वाड्रा को राजनीती में लाने का फैसला एकदम उचित था और वे पार्टी की किस्मत को उस राज्य में फिर से जिंदा कर देंगी।

    पार्टी के एडिटोरियल-‘सामना’ में, पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा-“प्रियंका गाँधी बिलकुल इंदिरा गाँधी जैसी दिखती हैं, जो उनके आचरण में भी परिलक्षित होता है। इसलिए, कांग्रेस निश्चित रूप से हिंदी के क्षेत्र में लाभ प्राप्त करेगी। इस डर के बावजूद कि रॉबर्ट वाड्रा के गुप्त सौदे खुलकर सामने आएंगे, उन्होंने सक्रिय राजनीति में कदम रखा। प्रियंका तोप से फायरिंग कर रही हैं और अगर वह अपनी रैलियों के माध्यम से भीड़ खींच पाती हैं तो वह इंदिरा गांधी की तरह ट्रंप कार्ड के रूप में सामने आएंगी।”

    राहुल गाँधी को विफल बताने के लिए, भाजपा को घेरते हुए सेना ने कहा-“प्रियंका को सक्रीय राजनीती में लाने से, राहुल गाँधी ने दिखा दिया कि वे लोक सभा चुनाव जीतने के लिए जो हो सकता है वे कर रहे हैं। उन्होंने प्रभावी कार्ड खेला है। ऐसा कहा जा रहा है कि प्रियंका को इसलिए लाया गया क्योंकि राहुल गाँधी हार गए। इन तर्कों में कोई सच्चाई नहीं है।”

    “राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष हैं। उन्होंने राफेल मुद्दे पर सरकार को घेर लिया है। इस बारे में भूल जाओ, तीन प्रमुख राज्यों में, कांग्रेस ने भाजपा से सत्ता छीन ली है और एक मरते हुए कांग्रेस को पुनर्जीवित किया है। उन्हें श्रेय नहीं देना बुरी प्रवृत्ति का प्रतिबिंब है।”

    सपा-बसपा गठबंधन को भी छेड़ते हुए सेना ने कहा-“बसपा और सपा ने सीट-बटवारे से कांग्रेस को अलग रखा। लेकिन राहुल गांधी ने कोई हंगामा नहीं किया लेकिन बेहद संयम के साथ तर्क दिया कि ‘कोई समस्या नहीं थी। हम उत्तर प्रदेश में सभी सीटों पर लड़ेंगे और जहां भी संभव होगा सपा और बसपा की मदद करेंगे’। इस स्टैंड को लेने और प्रियंका को राजनीति में लाने से पता चलता है कि एक निश्चित योजना है और इससे कांग्रेस को फायदा होगा।”

    ये कहते हुए कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को खुद प्रियंका के राजनीति में प्रवेश के बारे में टिप्पणी करना पड़ा, सेना ने कहा-“अगर लोगों ने इस तरह के उत्तराधिकारियों को स्वीकार कर लिया है, तो कुछ लोगों को पेट दर्द क्यों हो रहा है।”

    शिवसेना ने कहा कि बीजेपी नेतृत्व, नेहरू-इंदिरा गांधी का जोरदार विरोध करता है क्योंकि यह एकमात्र ऐसा परिवार है जो बीजेपी को चुनौती दे रहा है। आगे ये भी कहा कि बीजेपी कांग्रेस से डरती है कि यह 2019 के चुनावों में बाधा साबित होगी।

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *