अगले शुक्रवार के दिन, बॉक्स ऑफिस पर एक बॉलीवुड फिल्म और एक कन्नड़ फिल्म आपस में टकराने वाली हैं। एक तरफ बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख़ खान की फिल्म “ज़ीरो” 21 दिसंबर को रिलीज़ हो रही है वही दूसरी तरफ कन्नड़ अभिनेता यश की फिल्म “केजीएफ:चैप्टर 1” भी उसी तारीख़ को बड़े पर्दे पर दस्तक दे रही है।
अब टकराव किंग खान के साथ है तो, यश का इस बारे में एक अलग ही दृष्टिकोण है। उनका ऐसा मानना है कि शाहरुख़ खान के विपरीत फिल्म रिलीज़ करने के बाद भी, उनकी फिल्म के हिंदी संस्करण के सफल होने की बहुत उम्मीद है।
उनके मुताबिक, “फिल्म साथ रिलीज़ होने से क्या होता है। हर हफ्ते दो फिल्मों के लिए जगह होती है। अगर उनका मूड सही रहा तो वो दूसरी फिल्म भी देख लेते हैं। अगर उनका मूड खराब रहा तो वे फिर भी दूसरी फिल्म देखने जाएँगे ताकी पहली बेकार फिल्म का नशा उतार सकें। टक्कर तो एक अच्छी तारीख़ के लिए होगी।”
यश ने ये भी गिनाया कि क्षेत्रीय सिनेमा की तरह अब कोई चीज़ नहीं है। उन्होंने कहा-“क्षेत्रीय फिल्में और बॉलीवुड फिल्में में अब कोई फ़र्क नहीं रहा है। बात सिर्फ भारतीय फिल्मों की होती है। अच्छी फिल्में ही देखी जाती है।आज के दौर में, हम ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुँचना चाहते हैं। इसलिए क्षेत्रीय सिनेमा जैसे शब्द पुराने हो गए हैं।”
उन्होंने प्रचार की महत्वता पर बात करते हुए कहा-“इस व्यापार में, हमें अपनी फिल्मों का प्रचार करना पड़ता है। मैं शाहरुख़ खान का फैन हूँ। मगर मैं बार बार इस बात को दोहराऊँगा तो लोग समझेंगे कि मैं अपनी फिल्म का प्रचार करने के लिए उनका या उनकी फिल्म ‘ज़ीरो’ का नाम ले रहा हूँ।”
खैर ये तो वक़्त ही बताएगा कि दर्शकों को किसकी फिल्म पसंद आती है-शाहरुख़ की या यश की।